वाराणसी : कहते हैं, किसी शहर का विकास वहां की नागरिक सुविधाओं में वृद्धि के साथ ही आर्थिक स्थिति में भी सकारात्मक बदलाव लेकर आता है. ऐसा ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी देखने को मिल रहा है. जहां नए काशी की तस्वीर सुविधा और पर्यटकों के आगमन ने न सिर्फ बनारस की अर्थव्यवस्था को बढ़ाया है, बल्कि जीएसटी के आंकड़ों में भी वृद्धि हुई है. जी हां! इस वर्ष जीएसटी संग्रहण पिछली वर्ष की तुलना में 20 फीसदी ज्यादा हुआ है.
बता दें कि, वाराणसी में श्री काशी विश्वनाथ धाम के नए कलेवर व विभिन्न विकास कार्यों ने शहर के कायाकल्प के साथ ही व्यापार और कारोबार में भी बढ़ोतरी की है. इसका नतीजा राजस्व संग्रह में भी दिखने लगा है. पिछले तीन वर्षों में वाराणसी का जीएसटी संग्रह लगातार बढ़ रहा है.
तीन वर्षों का जीएसटी संग्रह (करोड़ में) | |
2021-2022 | 1457.85 |
2022-2023 | 1763.24 |
2023-2024 | 2015.36 |
इस बारे में अपर आयुक्त डीएन सिंह ने बताया कि, वाराणसी में स्टार्टअप ने यहां के कारोबार को बहुत आगे बढ़ाया है, जिसका परिणाम है कि जीएसटी संग्रह में वित्तीय वर्ष 2021-22 के मुकाबले 2023-24 में 20.95 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जबकि वित्तीय वर्ष 2022-2023 के मुकाबले 2023-2024 में 14.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. बढ़ा हुआ जीएसटी संग्रह व्यापार व उद्योग में बढ़ोतरी का संकेतक भी है.
व्यापार व उद्योग के लिए अच्छा संकेत : गौरतलब हो कि, वाराणसी में विकास के कार्यों ने इस विश्वास को नई उड़ान दी है, जिससे काशी एक नई पहचान की ओर अग्रसर है. यही कारण है कि काशी में अब व्यापार और उद्योगों को लेकर बेहद सकारात्मक माहौल देखने को मिल रहा है और स्थानीय कारोबारी व उद्योगपतियों इसका लाभ उठा रहे हैं. काशी में पर्यटकों के रिकॉर्ड आमद का भी सकरात्मक असर व्यापार में वृद्धि के तौर पर देखने को मिल रहा है.
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