नूंह: हरियाणा बाल संरक्षण आयोग ने दो दिन तक निजी स्कूल के वाहनों की चेकिंग की. चेकिंग के दौरान आयोग की टीम को स्कूल के वाहनों में भारी कमियां मिलीं. आयोग की टीम ने कई बसों के चालान काटकर ना केवल हजारों रुपये का राजस्व जुटाया, बल्कि अभिभावकों से भी अपील करते हुए कहा कि वो अपने स्तर पर वाहनों की जांच जरूर कर लें. इसके अलावा निजी स्कूल प्रशासन को चेतावनी देते हुए आयोग ने कहा कि अगर निजी स्कूल संचालकों ने जल्दी ही अपने स्कूली वाहनों में नियमों को पूरा नहीं किया, तो उनके खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
सुरक्षा के मद्येनजर चेकिंग अभियान तेज: बाल संरक्षण आयोग के सदस्य गणेश कुमार ने बताया कि दो दिन के ड्राइव के दौरान 60 से 70 हजार रुपए से अधिक के चालान किए हैं. हमारा मकसद चालान करना नहीं है. उनका मकसद सुरक्षित ट्रांसपोर्ट बच्चों को मिले, महेंद्रगढ़ जैसा हादसा भविष्य में पूरे प्रदेश में कहीं देखने को ना मिले. इसके लिए हरियाणा राज्य बाल संरक्षण आयोग पूरे प्रदेश भर के जिलों में दौरे कर रहा है. नूंह जिले में उनका दसवां दौरा है. उन्होंने कहा कि पहले दिन नूंह तथा तावडू क्षेत्र में स्कूली वाहनों को चेक किया गया. दूसरे व अंतिम दिन पुन्हाना इलाके में स्कूली वाहनों को चेक किया गया.
लापरवाही के खिलाफ कार्रवाई सख्त: उन्होंने बताया कि पुन्हाना में एक स्कूल संचालक तो स्कूल बंद करके ही भाग गया और अपनी बसों को उन्होंने छुपा दिया. गणेश कुमार ने प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के पदाधिकारियों को चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि या तो समय रहते प्राइवेट स्कूल संचालक अपने वाहनों में सभी कमियों को पूरा कर लें, वरना जिला शिक्षा अधिकारी, उपायुक्त एवं शिक्षा निदेशक को पत्र लिखा जाएगा और जो स्कूल स्कूली वाहनों में नियमों की अनदेखी करेगा. उसके खिलाफ कदम उठाए जाएंगे. कुल मिलाकर हरियाणा राज्य बाल संरक्षण आयोग स्कूली वाहनों में खामियों को लेकर पूरी तरह से सजग दिखाई दे रहा है. अब देखना ये है कि आयोग की टीम के दौरे के बावजूद प्राइवेट स्कूल संचालक अपने वाहनों में कितना सुधार कर पाते हैं.
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