बुरहानपुर। मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में स्टेशन रोड स्थित निजी होटल में श्रीमद्भागवत गीत सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है. इसमें वर्तमान सामाजिक मुद्दे जैसे महिला सुरक्षा, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के साथ साथ जल संरक्षण, वन संरक्षण और सामाजिक एकता का पाठ पढ़ाया जाएगा. कथा के पहले दिन शहर में विशाल शोभा यात्रा निकाली गई. इस यात्रा में बड़ी संख्या में बालिकाएं और महिलाएं अपने सिर पर साफा बांधे और सांकेतिक रूप से अपने हाथों में तलवार लिए नजर आईं.
कलश शोभायात्रा निकाली गई
बुरहानपुर शहर में 17 से 23 मई तक श्रीमद्भागवत गीत सप्ताह मनाया जा रहा है. भागवत कथा के आयोजन से पूर्व कलश यात्रा व शोभा यात्रा निकाली गई. इस दौरान बालिकाएं, महिलाओं के साथ पुरुषों की भारी भीड़ उमड़ी. गाजे-बाजे के साथ कलश शोभायात्रा शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए निकाली. इस दौरान भक्तों ने यात्रा का जगह-जगह स्वागत किया. शोभायात्रा में महिलाएं अलग-अलग टोलियों में चल रही थीं. एक टोली में महिलाएं और बालिकाएं हाथ में सांकेतिक तलवार लेकर चल रही थीं.
महिलाओं ने महिला सशक्तिकरण का दिया संदेश
दूसरी टोली में बालिकाएं झांसी की रानी की वेशभूषा में सजकर घोड़े पर सवार होकर चल रही थीं. उनको देखने के लिए शहर में लोगों की भीड़ उमड़ी हुई थी. वहीं कुछ महिलाएं अपने सिर पर कलश लेकर चल रही थीं. उनके आगे-आगे कथावाचक जी रथ पर सवार होकर चल रहे थे. भक्तीमय गीतों और जयकारों से पूरा क्षेत्र गंजायमन हो रहा था. महिलाओं और बालिकाओं ने शोभायात्रा के दौरान महिला सशक्तिकरण का संदेश दिया. उन्होंने कहा कि बेटियों को पढ़ाने और बढ़ाने में अब समाज पीछे नहीं है.
कथावाचक ने जल संरक्षण के महत्व को समझाया
इस सात दिवसीय धार्मिक भागवत कथा के कथावाचक पंडित हरिकृष्ण मुखिया ने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण ने जल संरक्षण, वनों का महत्व और वनों की सुरक्षा व समाज में फैल रही वैमन्स्यता को नियंत्रित करने और सामाजिक एकता का संदेश सरल भाषा में दिया है. कथा के आयोजक रमेश पाटीदार के अनुसार यह कथा शहर के साथ साथ देश प्रदेश में सुख समृद्धि, खुशहाली, अमन शांति और उन्नति के उद्देश्य कराई जा रही है.