बुरहानपुर। जिले में हाई कोर्ट के ध्वनि प्रदूषण नियंत्रित करने के आदेश के परिपालन में जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने एक बार फिर अभियान चलाया है. दरअसल पुलिस ने धार्मिक स्थलों के संचालकों से समन्वय कर ध्वनि विस्तारक यंत्र उतरवाने का काम शुरू कर दिया है. एसपी देवेंद्र कुमार पाटीदार के मुताबिक अब तक जिले में 150 धार्मिक स्थलों से लाउड स्पीकर हटाए गए हैं. साथ ही शादी ब्याह सहित सभी धार्मिक स्थलों के प्रबंधकों से नियम अनुसार अनुमति लेकर निर्धारित क्षमता के लाउडस्पीकर लगाने की हिदायत दी गई है.
150 धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाए
बता दें कि मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद डॉ. मोहन यादव ने हाई कोर्ट के आदेश का हवाला देकर पहली ही बैठक में प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों से कानफोड़ू ध्वनि विस्तारक यंत्रों को उतरवाने के आदेश जारी किए थे. इसके लिए जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन ने प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों को चिन्हित कर लाउडस्पीकर हटाए थे. लेकिन लोकसभा चुनाव की व्यस्तता के चलते कुछ धार्मिक स्थलों से लाउड स्पीकर नहीं हटाए थे. अब पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर सभी थाना प्रभारियों के नेतृत्व में जिलेभर की मस्जिद और मंदिरों से 150 से ज्यादा लाउडस्पीकर उतरवाए हैं.
कार्रवाई में धर्म गुरुओं ने किया सहयोग
पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार पाटीदार ने बताया कि ''सभी थाना प्रभारियों ने करीब 265 धार्मिक स्थलों को चेक किया, इसमें से 150 से ज्यादा धार्मिक स्थलों से कानफोड़ू ध्वनि विस्तारक यंत्रों को उतरवाया है. इस दौरान सभी धर्म गुरुओं ने सहयोग किया. कुछ ने तो स्वेच्छा से लाउड स्पीकर उतार लिए हैं. सभी थाना प्रभारियों को इस काम में लगाया गया है, यह कार्रवाई सतत जारी है."
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दिग्विजय सिंह ने सीएम को लिखा पत्र
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने प्रदेश में धार्मिक स्थलों से लाउड स्पीकर उतरवाए जाने को लेकर आपत्ति जताते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा है कि ''प्रदेश में मनमाने तरीके से धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर को हटाने की कार्रवाई की जा रही है. यह कार्रवाई उन धार्मिक स्थलों पर भी हो रही है, जहां इसका उपयोग सिर्फ आरती में होता है.'' दिग्विजय सिंह ने अपने पत्र में सुप्रीम कोर्ट के आदेश और प्रदेश सरकार द्वारा जारी किए गए पत्र का उल्लेख करते हुए लिखा कि ''मंदिरों में आरती, मस्जिदों में नमाज और गिरिजाघरों में इसका उपयोग लंबे समय से किया जा रहा है. कई बार धार्मिक पर्वों में इसका उपयोग अनियंत्रित होने के कारण आम लोगों को परेशानियों से बचाने नियमों का पालन कराना जरूरी भी है.''
अधिकारियों पर लगाएं अंकुश
दिग्विजय सिंह ने कहा कि ''प्रदेश सरकार द्वारा जिस भावना से उक्त दिशा निर्देश दिए गए हैं, उस भावना की रक्षा करने के लिए धार्मिक स्थलों पर स्थापित लाउडस्पीकर्स को नियमों के अंतर्गत करने से रोकने वाले अधिकारियों पर नियंत्रण किया जाए. मानव स्वास्थ्य की रक्षा के साथ आस्थाओं और सांस्कृतिक पंरपराओं की भी रक्षा की जाए.'' दिग्विजय सिंह ने लिखा है कि उन्हें उम्मीद है कि आप इस मामले को व्यक्तिगत तौर पर दिखवाएंगे और नियमों के विरूद्ध मनमाना आचरण करने वाले अधिकारियों पर नियंत्रण करेंगे.''