बुरहानपुर: जिले के इंदौर-इच्छापुर नेशनल हाईवे पर स्थित गुड अस्पताल प्रबंधन पर प्रसूता के परिजनों ने गंभीर आरोप लगाए हैं. दरअसल, यहां एक प्रसूता की प्रसव के बाद मौत हो गई. परिजनों का आरोप है कि प्रसूता की मौत के बाद भी अस्पताल प्रबंधन ने ब्लड चढ़ाने का बहाना बनाकर मौत का सच छुपाया. मरीज का बिल चुकाने तक नहीं बताया कि मरीज की मौत हो चुकी है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बिल चुकाने के पहले नवजात बच्चे से भी परिजनों को देखने नहीं दिया गया.
बिल चुकाने के बाद दी मौत की जानकारी
परिजनों ने बताया कि बिल चुकाने के बाद अस्पताल प्रबंधन ने उन्हें मरीज के मौत की खबर सुनाई. इससे परिजनों का गुस्सा फूट पड़ा. गुस्साए परिजनों ने एक घंटे तक शव बहार रखकर जमकर हंगामा किया. इस दौरान परिजन रोते बिलखते रहे. जब इस मामले की सूचना प्रशासन को मिली तो मौके पर एसडीएम पल्लवी पौराणिक, सीएसपी गौरव पाटिल सहित शिकारपुरा पुलिस पहुंच गई. उन्होंने परिजनों को उचित कार्रवाई को भरोसा दिया. इसके बाद महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया गया. हालांकि अस्पताल प्रबंधन ने मरीज के परिजनों के आरोपों को निराधार बताया है.
परिजनों ने शव रखकर किया हंगामा
फिलहाल इस पूरे मामले में पुलिस ने मर्ग कायम किया है. पुलिस व प्रशासन मामले की जांच में जुट गया है. बता दें कि गुड अस्पताल के बाहर हंगामा देखकर राहगीरों की भीड़ इकठ्ठा हो गई. परिजन शव को बाहर रखकर कार्रवाई की मांग पर अड़ गए. पुलिस और एसडीएम के हस्तक्षेप के बाद परिजन मान गए. शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा गया. जब इस संबंध में सीएसपी गौरव पाटिल से चर्चा की गई तो 'उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. परिजनों को समझाइश देकर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.'