ललितपुर : ललितपुर बुन्देलखंड में व्याप्त जल संकट से आज हर कोई रूबरू है. पहले जहां अन्य प्रदेशों के लोग बुन्देलखंड को एक सूखे क्षेत्र के रूप में पहचानते थे. आज सरकार व जिला प्रशासन के अथक प्रयासों का नतीजा है जो सूखे की मार झेल रहे बुन्देलखंड में मृतप्राय हो चुकी नदियों के पुनरोद्धार की संकल्पना को मूर्तरूप मिलने जा रहा है. इसी का एक उदाहरण जनपद ललितपुर में देखने का मिल रहा है. यहां आज सभी विकासखंडों में आठ नदियों को पुनर्जीवन मिलने जा रहा है. जिसके पुनरोद्धार कार्य का एक साथ उद्घाटन किया गया है.
![आठ नदियों के पुनरोद्धार के लिए हवन पूजन.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/13-03-2024/up-lal-01-aathnadipunauddhar-vis-up10165_12032024200500_1203f_1710254100_571.jpg)
जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी की पहल से नदियों व नालों के पुनरोद्धान के लिए मास्टर प्लान तैयार कर लिया गया था. जिसके तहत मनरेगा व अन्य विभागों के सहयोग से यह कार्य अब साकार रूप लेने जा रहा है. कार्यक्रम के तहत राज्यमंत्री एवं जिलाधिकारी द्वारा बंडई नदी के पुनर्जीवन कार्य का शुभारंभ किया गया है. इस दौरान भूमि पूजन के साथ कार्यक्रम का जिलाधिकारी व राज्यमंत्री ने शुभारंभ किया. पसदर विधायक व मुख्य विकास अधिकारी द्वारा खेड़र नदी फुटेरा घाट से भदभदा चैक डैम तक व ग्राम पंचायत नत्थीखेड़ा में बरूआ नदी का पुनरोद्धार, सदर विधायक व उपायुक्त श्रम-रोजगार द्वारा बड़ा नाला ग्राम पंचायत देवरान के जीर्णोद्वार, ब्लॉक प्रमुख बिरधा मोहित निरंजन, जिला विकास अधिकारी द्वारा ग्राम पंचायत मादौन में शहजाद नदी का जीर्णोद्वार कार्य का विधिविधान से पूजन कर उद्घाटन किया गया.
![ललितपुर में आठ नदियों के पुनरोद्धार से खेतों को मिलेगा भरपूर पानी.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/13-03-2024/up-lal-01-aathnadipunauddhar-vis-up10165_12032024200500_1203f_1710254100_447.jpg)
जिलाधिकारी अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि जनपद में ऐसे नदियों/नालों एवं जलाशय जो मृतप्राय हो चुके थे. उनको चिन्हित कर मास्टर प्लान तैयार कर मनरेगा एवं अन्य विभागों के सहयोग से पुनरोद्धार कर पुनर्जीवित किया जा रहा है. जिससे जनपद की पानी की समस्या का समाधान तो होगा ही, साथ ही श्रमिकों को अपने ही गांव में रोजगार के अवसर भी प्राप्त हो रहा है. इन नदियों के पुनर्जीवन से आसपास के गांव के किसानों को सिंचाई के लिए पर्याप्त जल प्राप्त होगा. ललितपुर में जल संरक्षण का कार्य प्रदेश के लिए आदर्श उदाहरण बनेगा. इस कार्य में स्वयंसेवी संस्थाओं एवं जनपदवासियों को भी आगे आना होगा और लोगों को जल संरक्षण के प्रति प्रेरित करना होगा. उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री मनोहर लाल पंथ ने बातया कि इस इन नदियों से पुनर्जीवन मिलने से अपने स्वरूप आ जाएगी और किसानों सिंचाई व जानवरों को पानी मिलने लगेगा और सरकार की उपलब्धियां गिनाईं.
यह भी पढ़ें : जल संकट के निदान के लिए जल सहेलियों ने बनाया बोरी बांध
यह भी पढ़ें : ललितपुर: जल संरक्षण और संचयन को लेकर डीएम ने की अनोखी पहल