जींद: धर्मगढ़ गांव के बोहली के खेतों के डेरे पर देर रात पशु चोर गिरोह को दो कथित चोरों को लोगों ने पकड़ लिया. पकड़े गये आरोपी डेरे पर बंधे पशुओं को चोरी करने आये थे. गनीमत ये रही कि इससे पहले चोर जानवर चोरी करके फरार होते, उससे पहले ही पड़ोसी ने उसे खबर कर दी. खबर मिलते ही किसान मौके पर पहुंचे गए और दो लोगों को पकड़ लिया.
नौकर का हाथ-पैर बांधा- पकड़े गए दोनों आरोपियों की पहचान परमजीत उर्फ पम्मा निवासी मलिकपुर और नीतू निवासी कमहेड़ा जिला मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश के रूप में हुई है. किसान ने जब डेरे के अंदर कमरे में जाकर देखा तो वहां पर तैनात नौकर को चोरों ने हाथ-पैर बांधकर रजाई से ढक दिया था. किसानों ने रस्सी खोलकर नौकर को बंधन से मुक्त किया. इसके बाद मामले की सूचना डायल 112 को दी गई. मौके पर पुलिस पहुंचने के बाद किसानों ने दोनों आरोपियों को पुलिस को सौंप दिया.
पड़ोसी ने दी खबर- जानकारी के अनुसार गांव धर्मगढ़ बोहली का किसान सतनाम सिंह अपने खेत के डेरे पर पशुओं को बंधवाकर अपने घर सफीदों आ गया था. डेरे पर उसका नौकर पेशकार यादव सो रहा था. रात को करीब 10 बजे उसके पड़ोसी किसान ने फोन करके खबर दी कि उसके डेरे पर एक टैक्सी खड़ी है और कुछ लोग संदिग्ध लोग दिखाई दे रहे हैं.
खबर मिलते ही किसान सतनाम सिंह आनन-फानन में अन्य किसानों को साथ लेकर डेरे पर पहुंचा तो देखा कि वहां पर एक टैंपू खड़ा था और उसमें एक भैंस व कटड़ी लदी हुई थी. किसानों ने वहां से दो लोगों को काबू कर लिया जबकि बाकी दो चोर मौका पाकर फरार हो गए. किसानों ने डेरे में बने कमरे में जाकर देखा तो चोरों ने नौकर पेशकार यादव का हाथ-पैर रस्सी से बांधकर खाट पर डाल दिया और रजाई से ढक दिया.
पुलिस के हवाले चोर- किसानों ने तुरंत इसकी खबर डायल 112 पर पुलिस को दी. सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची और किसानों ने पकड़े गए दोनों आरोपियों और टैंपू को पुलिस के हवाले कर दिया. पकड़े गए दोनों आरोपियों की पहचान परमजीत उर्फ पम्मा, निवासी मलिकपुर और नीतू निवासी कमहेड़ा, जिला मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश के रूप में हुई. मंगलवार सुबह काफी तादाद में कई गांवों के किसान सफीदों के सदर थाना पहुंचे और पुलिस से आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करके गिरोह का पर्दाफाश करने की मांग की.
पशु चोर गिरोह कर रहा काम- किसानों का कहना था कि यह एक बड़ा पशु चोर गिरोह है. जब तक ये पूरा गिरोह काबू नहीं आएगा तब तक क्षेत्र में पशु चोरी नहीं रूकेगी. किसानों ने बताया कि सफीदों क्षेत्र में हर रोज कहीं ना कहीं से पशु चोरी के समाचार मिल रहे हैं. कि डेरे में काम करने वाले नौकर ने बताया कि कुछ लोग अचानक डेरे पर आ गये और उस पर हमला बोल दिया. उसे कमरे के अंदर खाट पर डालकर रस्सी से बांध दिया और हथियार तानकर धमकी दी कि शोर मचाया तो गोली मार देंगे.
चोरी से पहले करते थे रेकी- सफीदों सदर थाने में पहुंचे निमनाबाद के किसान अजायब सिंह सहित अन्य किसानों ने बताया कि यह एक बड़ा गिरोह है. इसका खुलासा होना बेहद जरूरी है. अजायब सिंह ने बताया कि लोहड़ी की रात को उनके पशु बाड़े का गेट काटकर उसमें से भैंस व कटड़ी चोरी कर ली गई थी. इस मामले में पुलिस को शिकायत दी गई थी. हमने गांव में लगे सीसीटीवी फूटेज को चेक किया तो इसी प्रकार का एक टैंपू दिखाई पड़ा था लेकिन धुंध के कारण तस्वीर साफ नहीं दिख रही थी.
किसानों ने बताया कि उत्तरप्रदेश से काफी लोग गांवों के आसपास रहने लग जाते हैं और पशुओं को खरीदने व बेचने का व्यापार करने के बहाने किसानों के पशु बाड़ों में पहुंच जाते हैं. ये लोग पशुबाड़े में पशुओं के बारे में सारी जानकारी हासिल कर लेते हैं. उसके बाद मौका लगाकर रात के अंधेरे में पशुओं को अपनी गाड़ी में भरकर फरार हो जाते हैं. इस तरह की कई वारदातें सफीदों क्षेत्र के कई गांवों में हो चुकी है.
क्या कहते हैं सदर थाना प्रभारी- इस मामले में सदर थाना प्रभारी बलजीत सिंह का कहना है कि रात में उन्हे भैंस चोरी होने की सूचना प्राप्त हुई थी. खबर मिलने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर टैंपू को बरामद कर लिया था. फिलहाल मामला दर्ज कर लिया गया है. मामले की गहनता से जांच जारी है. जल्दी आरोपियों अन्य आरोपियों को पकड़कर इसका पूरा खुलासा कर दिया जायेगा.
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