कानपुर : बसपा सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को शहर से सटी अकबरपुर लोकसभा सीट के घाटमपुर विधानसभा क्षेत्र के रमईपुर में आयोजित जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि आपके क्षेत्र में जो मौजूदा सांसद हैं, उन्होंने किसी तरह का कोई विकास कार्य नहीं कराया. आपके क्षेत्र की समस्याओं को लेकर बसपा के पदाधिकारियों ने हमेशा संघर्ष किया है और करते रहेंगे.
उन्होंने कहा कि भाजपा के लोग विकास के नाम पर केवल जुमलेबाजी करते हैं, इसीलिए इस लोकसभा चुनाव में बसपा ने जहां अकबरपुर लोकसभा सीट से ब्राह्मण चेहरे को वरीयता देते हुए राजेश द्विवेदी को अपना प्रत्याशी बनाया है, तो वहीं कानपुर लोकसभा सीट से युवा चेहरा कुलदीप भदौरिया प्रत्याशी के तौर पर आपके बीच में है. आप सभी 13 मई को मतदान जरूर करें.
बसपा सुप्रीमो ने कहा कि बसपा में जो रुपये एकत्रित किए जाते हैं, वह केवल संगठनात्मक गतिविधियों में खर्च होते हैं. हमारे संगठन में हमारा कार्यकर्ता ही सिरमौर है. संगठन को सशक्त बनाने के लिए हम सभी को एकजुट होकर काम करना है. जनसभा में सूरज जाटव, अनिल पाल, जीतेंद्र शंखवार, बीपी आंबेडकर, जिलाध्यक्ष राजकुमार कप्तान आदि मौजूद रहे.
अकबरपुर में कांटे की टक्कर : भले ही लोकसभा 2024 को लेकर चौथे चरण के चुनाव में 13 मई को कानपुर से सटी अकबरपुर लोकसभा सीट के लिए मतदान होगा. हालांकि, उससे पहले क्षेत्र के लोगों का दावा है कि भाजपा ने जहां हमेशा की तरह सांसद देवेंद्र सिंह भोले को अपना प्रत्याशी बनाया है. वहीं, सपा ने राजाराम पाल को मैदान में उतारा है. जबकि बसपा की ओर से राजेश द्विवेदी अकबरपुर से चुनावी ताल ठोंक रहे हैं. देवेंद्र सिंह भोले इस सीट से दो बार सांसद रह चुके हैं. राजाराम पाल के लिए माना जाता है, कि उनकी अपनी बिरादरी में जमीनी स्तर से ही पकड़ है. जबकि, राजेश द्विवेदी ब्राह्मण चेहरा होने के चलते चुनाव में अहम भूमिका निभा सकते हैं.
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