लखनऊ: कांग्रेस के सांसद और लोकसभा सदन में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा के बाद अब भारत डोजो यात्रा शुरू करने जा रहे हैं. यह यात्रा खिलाड़ियों के लिए होगी. राहुल गांधी की भारत डोजो यात्रा पर बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सवाल खड़े किए हैं. कहा है कि खेल का राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए. यह खतरनाक होगा.
बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट की है जिसमें उन्होंने लिखा है कि पेट भरे लोगों के लिए डोजो व अन्य खेलकूद के महत्व से किसी को इंकार नहीं, लेकिन गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई व पिछड़ेपन से जूझ रहे उन करोड़ों परिवारों का क्या जो पेट पालने के लिए दिन-रात कमरतोड़ मेहनत को मजबूर हैं.
’भारत डोजो यात्रा’ क्या उनका उपहास नहीं? केन्द्र व राज्य सरकारें देश के करोड़ों गरीबों व मेहनतकश लोगों को सही व सम्मानपूर्वक रोजी-रोटी की व्यवस्था कर पाने में अपनी विफलता पर पर्दा डालने के लिए उनसे भूखे पेट भजन कराते रहना चाहती है, लेकिन विपक्षी कांग्रेस का भी वैसा ही है. जनविरोधी रवैया जनता के लिए अब कैसे संभव है?
कांग्रेस और इनके इंडी गठबंधन ने आरक्षण व संविधान बचाने के नाम पर एससी, एसटी व ओबीसी का वोट लेकर अपनी ताकत तो बढ़ा ली, लेकिन अपना वक्त निकल जाने पर उनकी भूख व तड़प को भुलाकर उनके प्रति यह क्रूर रवैया अपनाना क्या उचित है? खेल का राजनीतिकरण हानिकारक है.
क्या है डोजो: डोजो एक मार्शल आर्ट सिखाने की जगह है. यह एक ऐसी जगह होती है, जहां लोग जूडो-कराटे या किसी दूसरी तरह की मार्शल आर्ट की प्रैक्टिस कर सकते हैं. जापानी भाषा में इसे 'जाने का रास्ता' कहते हैं. प्राचीन काल में डोजो बौद्ध मंदिरों के अंदर बने होते थे, जहां मार्शल आर्ट का गहन प्रशिक्षण दिया जाता था. इसमें मार्शल आर्ट के साथ-साथ मेडिटशन भी शामिल था.
राहुल गांधी दो बार निकाल चुके भारत जोड़ो यात्रा: रायबरेली से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने 14 जनवरी 2024 को मणिपुर के थोउबल से भारत जोड़ो न्याय यात्रा शुरू की थी. यह 20 मार्च 2024 को मुंबई में खत्म हुई थी. इससे पहले सितंबर 2022 से जनवरी 2023 तक राहुल गांधी ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा निकाली थी.
ये भी पढ़ेंः मायावती, 4 बार यूपी की मुख्यमंत्री, 8 बार बसपा सुप्रीमो; प्रदेश की एकमात्र महिला जिसका राजनीति में चला सिक्का