लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी भले खुद को गरीबों, दलितों और पिछड़ों का मसीहा कहती हो, लेकिन हकीकत यही है कि जब पार्टी में प्रतिनिधित्व देने की बात आती है तो बीएसपी अपने कैडर के गरीब नेताओं और कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर अमीरों को ही महत्व देती है.
लोकसभा चुनाव 2024 में बहुजन समाज पार्टी की तरफ से जितने भी प्रत्याशी घोषित किए गए हैं, वह अन्य पार्टियों के प्रत्याशियों की तुलना में कहीं ज्यादा अमीर हैं. देश के 100 करोड़पति उम्मीदवारों में उत्तर प्रदेश के 11 उम्मीदवार शामिल हैं. इनमें सबसे ज्यादा करोड़पति उम्मीदवार बहुजन समाज पार्टी के ही हैं.
चुनाव के दौरान सभी राजनीतिक दल के नेता खुद को और अपनी पार्टी को गरीबों, दलितों और पिछड़ों के सबसे बड़े मसीहा बताते हुए थकते नहीं हैं, लेकिन हकीकत यही है कि गरीबों, दलितों और पिछड़ों को जब नेतृत्व देने की बात आती है तो सभी राजनीतिक दल कोसों दूर नजर आते हैं.
बहुजन समाज पार्टी खुद को दलितों की सबसे बड़ी पार्टी मानती है. पिछड़ों और गरीबों को उनका हक दिलाने की बात करती है. दावा यह भी करती है कि गरीबों, पिछड़ों, दलित, मजदूर और कामगारों का सबसे ज्यादा अगर भला किया है तो बहुजन समाज पार्टी ने किया है.
लेकिन, राजनीतिक दल भले चाहे जितनी बयानबाजी क्यों न करें पर सच्चाई यही है कि राजनीति में गरीबों को बढ़ाने की जब भी बात आती है तो फिर सभी दल दिल से किनारा कर लेते हैं. बहुजन समाज पार्टी भी इस मामले में बिल्कुल पीछे नहीं है.
यह पार्टी गरीब उम्मीदवार बनाना तो दूर उनसे दूर-दूर तक का वास्ता तक नहीं रखती है. एडीआर की तरफ से उम्मीदवारों का हाल ही में संपत्ति का ब्योरा जारी किया गया है तो उसमें अब तक उत्तर प्रदेश में जिन पार्टियों ने जितने भी प्रत्याशी घोषित किए उनमें सबसे अमीर प्रत्याशी बसपा के ही सामने आए हैं.
सहारनपुर से पार्टी के प्रत्याशी माजिद अली प्रदेश में सबसे अमीर उम्मीदवार हैं. उनके पास 159 करोड़ की संपत्ति है करोड़पतियों के मामले में वह देश के जितने भी प्रत्याशी हैं उनमें पांचवें स्थान पर हैं. इसके अलावा बिजनौर से बहुजन समाज पार्टी के विजेंद्र सिंह भी 100 करोड़पतियों की सूची में 48 वें पर स्थान पर हैं.
उनके पास 28 करोड़ रुपए की संपत्ति है. मुरादाबाद से बसपा प्रत्याशी मोहम्मद इरफान के पास 26 करोड़ की संपत्ति है और वह 52 वें स्थान पर हैं. मुजफ्फरनगर से बसपा प्रत्याशी दारा सिंह प्रजापति का भी नाम शामिल है. उनके पास 21 करोड़ की संपत्ति है और वह देश के प्रत्याशियों में 52 वें स्थान पर हैं.
सबसे अमीर रहे बीएसपी के गुड्डू जमाली अब सपा के साथ: लोकसभा चुनाव से ठीक पहले तक बहुजन समाज पार्टी के नेता रहे आजमगढ़ के शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली सबसे अमीर प्रत्याशी हुआ करते थे. पिछली बार के लोकसभा उपचुनाव में बसपा ने गुड्डू जमाली को ही आजमगढ़ से प्रत्याशी बनाया था.
2019 का लोकसभा चुनाव भी शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली बीएसपी के टिकट पर लड़े थे. तब अमीर प्रत्याशियों की सूची में उनका स्थान सबसे ऊपर था. हालांकि अब गुड्डू जमाली बसपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में चले गए हैं और समाजवादी पार्टी ने उन्हें विधान परिषद सदस्य भी बना दिया है.