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मायावती ने दी बुद्ध पूर्णिमा की बधाई, कहा- महापुरुषों के आगे मत्था टेकना ठीक, राजनीतिक स्वार्थ के लिए न हो इस्तेमाल - Buddha Purnima 2024

आज देशभर में बुद्ध पूर्णिमा मनाई जा रही है. यूपी से जुड़े भगवान बुद्ध के स्थलों पर भी कई कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है. इसी कड़ी में बसपा मुखिया मायावती ने भी ट्वीट कर पर्व की बधाई दी.

मायावती ने बुद्ध पूर्णिमा पर बयान जारी किया.
मायावती ने बुद्ध पूर्णिमा पर बयान जारी किया. (PHOTO Credit; Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : May 23, 2024, 1:57 PM IST

लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व 4 बार की यूपी की सीएम रही मायावती ने बुद्ध पूर्णिमा पर लोगों को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने बसपा कार्यकाल की गौतम बुद्ध की स्मृतियों को भी साझा किया. राजनीतिक दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि महान संतों, गुरु और महापुरुषों के आगे मत्था टेकना अलग बात है, लेकिन इनका इस्तेमाल राजनीतिक स्वार्थ के लिए किया जाने लगा है. यह ठीक नहीं है. ऐसे दिखावटी और नुमाइशी हरकतों से लोगों का भला होने वाला नहीं है. गौतम बुद्ध के जीवन आदर्शों पर चलकर फिर से जगदगुरु बनने के लिए ईमानदार प्रयास की जरूरत है. सरकारों को भी अपनी नीयत व नीति को पाक-साफ और ईमानदार बनाकर कथनी और करनी के अंतर को मिटाना होगा. यही वास्तव में गौतम बुद्ध को सच्ची श्रद्धांजलि होगी.

बुद्ध पूर्णिमा पर प्रेस रिलीज जारी कर बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि एशिया के ज्योतिपुंज के रूप में माने जाने वाले गौतम बुद्ध ने भारतीय इतिहास को सत्यपरक ज्ञान से सुशोभित किया. उनके अनुयायियों में सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य और सम्राट अशोक ने बहुजन हिताय व बहुजन सुखाय को अपने संविधान के मूल सूत्र के रूप में स्थापित किया. सामाजिक क्रांति की मजबूत नींव डाली. गौतम बुद्ध का अशिक्षित, उपेक्षित व शोषित समाज के लोगों को अमर उपदेश अत्त दीपो भव: यानी शिक्षित बनो, खुद ऊपर उठो और अपना प्रकाश स्वयं बनो, इसका हर दौर में बहुत ज्यादा महत्व है.

बसपा मुखिया ने कहा कि बीएसपी गौतम बुद्ध के दिखाए मार्गों पर चल रही है. बीएसपी ने अपनी सरकार सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय के आदर्श के आधार पर चलाई. गौतम बुद्ध के उपदेशों के अनुसार समता मूलक समाज की स्थापना का प्रयास किया. उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी ने अनेकों संस्थाएं, स्थल, पार्क बनाए. गौतम बुद्ध नगर जिले के 511 एकड़ के विशाल परिसर में विश्व स्तरीय गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय की स्थापना की. इससे गरीबों, दलितों, पिछड़ों को शिक्षा उपलब्ध हो सके. बौद्ध परिपथ का विकास किया.

कपिलवस्तु में हवाई पट्टी बनाई. लखनऊ में कांशीराम स्मारक स्थल के निकट बौद्ध विहार शांति उपवन स्थापित किया. गौतम बुद्ध नगर और महामाया नगर की स्थापना की. श्रावस्ती की स्थापना बुद्ध पूर्णिमा के दिन 25 मई 1997 को की गई. कौशांबी की स्थापना की गई. पडरौना का नाम कुशीनगर किया गया. इतना ही नहीं डॉ. आम्बेडकर ग्राम सभा समग्र विकास योजना को प्रभावी ढंग से लागू करके गांव को पक्की सड़क, बिजली, पानी, नाली, शौचालय, सामुदायिक भवन, स्वास्थ्य केंद्र अति गरीबों में सरकारी भूमि का वितरण जैसी 18 बुनियादी सुविधाओं से लैस करने का काम बड़े पैमाने पर किया. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि अभी जितने भी राजनीतिक दल हैं, वह सिर्फ महापुरुषों के नाम पर दिखावा करते हैं, लेकिन बहुजन समाज पार्टी अपने महापुरुषों के बताए आदर्श और दिखाए मार्गों पर चल रही है.

यह भी पढ़ें : इस बार मिर्जापुर किसका? BJP MP बिंद की बगावत और 'राजा' की नाराजगी से कैसे निपटेंगी अनुप्रिया पटेल

लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष व 4 बार की यूपी की सीएम रही मायावती ने बुद्ध पूर्णिमा पर लोगों को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने बसपा कार्यकाल की गौतम बुद्ध की स्मृतियों को भी साझा किया. राजनीतिक दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि महान संतों, गुरु और महापुरुषों के आगे मत्था टेकना अलग बात है, लेकिन इनका इस्तेमाल राजनीतिक स्वार्थ के लिए किया जाने लगा है. यह ठीक नहीं है. ऐसे दिखावटी और नुमाइशी हरकतों से लोगों का भला होने वाला नहीं है. गौतम बुद्ध के जीवन आदर्शों पर चलकर फिर से जगदगुरु बनने के लिए ईमानदार प्रयास की जरूरत है. सरकारों को भी अपनी नीयत व नीति को पाक-साफ और ईमानदार बनाकर कथनी और करनी के अंतर को मिटाना होगा. यही वास्तव में गौतम बुद्ध को सच्ची श्रद्धांजलि होगी.

बुद्ध पूर्णिमा पर प्रेस रिलीज जारी कर बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि एशिया के ज्योतिपुंज के रूप में माने जाने वाले गौतम बुद्ध ने भारतीय इतिहास को सत्यपरक ज्ञान से सुशोभित किया. उनके अनुयायियों में सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य और सम्राट अशोक ने बहुजन हिताय व बहुजन सुखाय को अपने संविधान के मूल सूत्र के रूप में स्थापित किया. सामाजिक क्रांति की मजबूत नींव डाली. गौतम बुद्ध का अशिक्षित, उपेक्षित व शोषित समाज के लोगों को अमर उपदेश अत्त दीपो भव: यानी शिक्षित बनो, खुद ऊपर उठो और अपना प्रकाश स्वयं बनो, इसका हर दौर में बहुत ज्यादा महत्व है.

बसपा मुखिया ने कहा कि बीएसपी गौतम बुद्ध के दिखाए मार्गों पर चल रही है. बीएसपी ने अपनी सरकार सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय के आदर्श के आधार पर चलाई. गौतम बुद्ध के उपदेशों के अनुसार समता मूलक समाज की स्थापना का प्रयास किया. उन्होंने कहा कि बहुजन समाज पार्टी ने अनेकों संस्थाएं, स्थल, पार्क बनाए. गौतम बुद्ध नगर जिले के 511 एकड़ के विशाल परिसर में विश्व स्तरीय गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय की स्थापना की. इससे गरीबों, दलितों, पिछड़ों को शिक्षा उपलब्ध हो सके. बौद्ध परिपथ का विकास किया.

कपिलवस्तु में हवाई पट्टी बनाई. लखनऊ में कांशीराम स्मारक स्थल के निकट बौद्ध विहार शांति उपवन स्थापित किया. गौतम बुद्ध नगर और महामाया नगर की स्थापना की. श्रावस्ती की स्थापना बुद्ध पूर्णिमा के दिन 25 मई 1997 को की गई. कौशांबी की स्थापना की गई. पडरौना का नाम कुशीनगर किया गया. इतना ही नहीं डॉ. आम्बेडकर ग्राम सभा समग्र विकास योजना को प्रभावी ढंग से लागू करके गांव को पक्की सड़क, बिजली, पानी, नाली, शौचालय, सामुदायिक भवन, स्वास्थ्य केंद्र अति गरीबों में सरकारी भूमि का वितरण जैसी 18 बुनियादी सुविधाओं से लैस करने का काम बड़े पैमाने पर किया. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि अभी जितने भी राजनीतिक दल हैं, वह सिर्फ महापुरुषों के नाम पर दिखावा करते हैं, लेकिन बहुजन समाज पार्टी अपने महापुरुषों के बताए आदर्श और दिखाए मार्गों पर चल रही है.

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