रांची: झारखंड में इस बार एनडीए और इंडिया गठबंधन में शामिल पार्टियों के अलावा दो पार्टियां जोर शोर से चुनावी रण में उतर रही हैं. यह दोनों पार्टियां सपा और बसपा हैं. झारखंड विधानसभा पहुंचने की कोशिश में लगी इन दोनों पार्टियों के बारे में एक खास बात है. ये दोनों पार्टियां उन नेताओं के भरोसे विधानसभा पहुंचना चाहती हैं, जिन्हें उनकी पिछली पार्टियों ने अपना सिंबल नहीं दिया. जिसके बाद उन्होंने सपा और बसपा का दामन थामा है.
समाजवादी पार्टी की ओर से अब तक 12 और बहुजन समाज पार्टी की ओर से 29 उम्मीदवारों ने नामांकन किया है. वहीं इसके अलावा बसपा ने अब तक कुल 48 उम्मीदवारों की सूची तैयार की है, जिसे वह आगे चुनावी मैदान में उतारने वाली है.
सपा ने इन्हें बनाया प्रत्याशी
विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी की ओर से पहले चरण में उतारे गए 12 उम्मीदवारों में गढ़वा से पूर्व मंत्री और राजद-भाजपा नेता गिरिनाथ सिंह, पलामू से 2024 के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल की उम्मीदवार रहीं ममता भुइयां, बरही से वर्तमान कांग्रेस विधायक उमाशंकर अकेला शामिल हैं. इनके अलावा समाजवादी पार्टी में रघुपाल सिंह, राजकुमार यादव, अंजू सिंह जैसे कई नाम हैं, जो दूसरे दलों से सपा में आए हैं और चुनाव मैदान में हैं.
बसपा ने इन्हें बनाया प्रत्याशी
इसी तरह बहुजन समाजवादी पार्टी ने अब तक 29 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं, इनमें एक बड़ा नाम आजसू नेता कुशवाहा शिवपूजन मेहता का है जो बसपा के टिकट पर विधायक बने थे, लेकिन 2019 में आजसू में शामिल हो गए थे. इस बार जब भाजपा से समझौते के बाद हुसैनाबाद की सीट भाजपा के कोटे में चली गई तो पूर्व विधायक कुशवाहा शिवपूजन मेहता वापस बसपा में आ गए. जिसके बाद उन्हें टिकट भी मिल गया.
'अभी और होंगे राजनीतिक धमाके'
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रंजन यादव ने कहा कि झारखंड में समाजवादी पार्टी पूरी गंभीरता के साथ चुनाव लड़ रही है. उन्होंने बताया कि सांप्रदायिक ताकतों को हराने में अपनी भूमिका निभाने के बाद देश की जनता सपा की ओर उत्सुक निगाहों से देख रही है. उन्होंने ईटीवी भारत से फोन पर हुई बातचीत में कहा कि अभी इंतजार कीजिए, कुछ और राजनीतिक धमाके होंगे.
बसपा की लिस्ट बढ़ने की संभावना
वहीं झारखंड बसपा के केंद्रीय प्रभारी जीसी दिनकर ने कहा कि ऐसा नहीं है कि हम सिर्फ उत्तर प्रदेश में ही बड़ी ताकत हैं. हम एक राष्ट्रीय पार्टी हैं और झारखंड समेत कई राज्यों में हमारी मजबूत पकड़ है. उन्होंने कहा कि पहले चरण में राज्य की 29 विधानसभा सीटों पर हमारे प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया है जबकि अब तक 48 प्रत्याशियों के नाम फाइनल हो चुके हैं. यह संख्या आगे और बढ़ने की पूरी संभावना है.
जीसी दिनकर ने कहा कि दुनिया में सालों से एक ही लड़ाई चल रही है, वह है बराबरी का अधिकार पाने की लड़ाई. बसपा राज्य में पलायन, विस्थापन, अनुसूचित जाति-जनजाति और वंचित वर्ग के लिए लड़ाई लड़ेगी.
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