जौनपुर: जहां सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने 50 साल से ज्यादा पुराने निर्माण वाले पुलों की जांच का आदेश दिया है तो ऐसे में जनपद जौनपुर के जलालपुर में बने चार साल पुराने पुल के पिलर में जो अभी दो साल पहले बनकर तैयार हुआ है, जिसमें दरार आने से विभाग में हड़कंप मचा हुआ है.
दरार आने से एक बात तो साफ है कि जिस तरह से बिहार में लगातार पुलों के गिरने का सिलसिला जारी है, जिस तरह से दरारें आ रही हैं कहीं ना कहीं इसमें भी भ्रष्टाचार की हुआ है. अब तो जांच के बाद ही पता चलेगा कि 4 साल पुराने पुल के पिलरों में कैसे दरारें आ रही हैं.
बताया जा रहा है कि पिलर नंबर 5 में काफी दरारें आई हैं. एनएचआई विभाग के ठेकेदार उसकी मरम्मत करने में जुट गए हैं. इसको मीडिया से छुपाने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है. इस मामले में अधिकारी कुछ भी बोलने से बचते नजर आ रहे हैं.
वहीं मौके पर काम कर रहे हैं ठेकेदार उनकी टीम मरम्मत में जुटी है. जलालपुर में सई नदी पर बने पुल के पिलर नम्बर पांच में आठ से बारह इंच की दरार आ गई है. जिसके बाद इस पर गाड़ियों का आवागमन बंद कर दिया गया है. चार वर्ष पहले बने पुल में दरार आने से गुणवत्ता को लेकर सवाल उठने लगे हैं.
बता दें कि जौनपुर वाराणसी नेशनल हाईवे पर जलालपुर के पास सई नदी पर पुल बना हुआ है. यह पुल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से यूपी की राजधानी लखनऊ को जोड़ता है. इस पुल का निर्माण चार साल पूर्व हुआ है. इस पुल को दो साल पूर्व हैंडओवर किया गया था.
इतनी जल्दी पुल के पिलर में दरार आने से यह साफ हो जाता है कि निर्माण में घटिया सामानों का प्रयोग करके भ्रष्टाचार किया गया है. पुल के पिलर में दरार की खबर के बाद लोगों में दहशत है. हालांकि दरारों को ठीक करने के लिए आनन-फानन में रात को दर्जनों मजदूर लगाकर काम शुरू किया गया है.
वहीं, इस मामले की जानकारी देते हुए प्रोजेक्ट मैनेजर श्रीनिवास ने बताया कि पिलर नंबर पांच पर दरार की जैसे ही सूचना मिली हम लोग मौके पर पहुंचे और बड़ी गाड़ियों के आवागमन को रोक दिया गया है. मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया है. 2 दिन के बाद आगमन सुचारू रूप से शुरू कर दिया जाएगा.
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