कोरिया: आनी गांव में बिटिया की शादी के लिए बारात पहुंची थी. पूरा गांंव अपनी लाडली बिटिया की शादी के लिए तैयारियों में जी जान से जुटा था. तय मुहूर्त पर दूल्हे साहब ने मंडम में एंट्री मारी. दूल्हा जैसे ही घरवालों के पास पहुंचा वो शराब के नशे में झूमता नजर आया. लोगों को शक हुआ. कुछ लोग दूल्हे के करीब गए और सूंघकर देखा तो पता चला कि वास्तव में वो नशे में चूर है. दुल्हन ने मौके पर ही शराबी दूल्हे से शादी करने से इंकार कर दिया. दुल्हन के इनकार के बाद काफी देर तक लड़के वाले लड़की वालों को मनाते रहे.
शराबी दूल्हे को सिखाया सबक: दूल्हा और उसके पिता लगातार दुल्हन और उसके पिता को समझाते रहे. ये बताने की कोशिश करते रहे कि सुधर जाएगा इससे गलती हो गई. लड़की और उसके पिता इस शादी के लिए तैयार नहीं हुए. मजबूरन बारात को बिना दुल्हन लिए लौटना पड़ा. परिवार वालों का कहना था कि अच्छा हुआ पहले पता चल गया. अगर बेटी की शादी के बाद पता चलता कि दूल्हा शराबी है तो जिंदगी नर्क हो जाती.
''मैं ऐसे शराबी लड़के से किसी भी कीमत पर शादी करना नहीं चाहूंगी. अच्छा हुआ कि ये पहले पता चल गया नहीं तो आगे की जिंदगी बर्बाद हो जाती.'' - लवंती, दुल्हन
''मेरी बेटी का फैसला सही है ऐसे लड़के से शादी करना किसी गुनाह से कम नहीं है. बेटी की जिंदगी खराब होने से आज बच गई''. - रामचरण, दुल्हन के पिता
''मेरी बेटी की जिदंगी खराब होने वाली थी, आरती के दौरान हमें पता चला कि लड़का शराब के नशे में चूर है.'' - रजंती, दुल्हन की मां
''मैं अपनी गलती स्वीकार करता हूं. मुझसे गलती हो गई. मैं चाहता हूं शादी हो और मैं लड़की को लेकर अपने घर जाउं.'' - रमेश कुमार, दूल्हा
''मैं घर से ही ये बोलकर आया था कि किसी तरह का उत्पात नहीं होना चाहिए. हमारी ओर से गलती हुई है हम चाहते हैं कि शादी हो ऐसी गलती दोबारा नहीं होगी''. - महावीर चक्रधारी लड़के का पिता
कैसे पकड़ा गया शराब दूल्हा: आनी गांव के रामचरण की बेटी लवंती की शादी बरदिया गांव में तय हुई. नियत तारीख पर पटना से रामअवतार अपने बेटे उमेश की बारात लेकर आनी गांव पहुंचे. बारात का स्वागत किया जा रहा था. इसी दौरान किसी ने कहा कि दूल्हा तो नशे में चूर है. तभी औरतें दूल्हे की आरती उतारने के लिए वहां पहुंची. आरती उतारने के दौरान भी दूल्हा नशे में झूमता नजर आया. अपने होने वाले पति को नशे में देखकर लवंती की हिम्मत टूट गई. लवंती ने हिम्मत दिखाते हुए शादी से इंकार कर दिया. घर वालों ने भी लवंती के फैसला का स्वागत किया.