नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) के नार्थ कैंपस में असामाजिक तत्वों ने श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (एसआरसीसी) की दीवार पर चुनाव का बहिष्कार करो के साथ अमर्यादित नारे लिखे. विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने मौरिस नगर थाने में शिकायत कर इस घटना में शामिल लोगों पर कड़ी कार्रवाई के साथ ही तत्काल दीवार से इन विवादित नारों को मिटाने की मांग की है.
लोकसभा चुनावों की घोषणा के बाद से ही अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, देशभर के अलग-अलग शैक्षणिक संस्थानों में नुक्कड़ नाटक, पर्चा वितरण, जागरुकता अभियानों, घर-घर आउटरीच, संगोष्ठियों, मैराथन जैसे प्रयासों द्वारा शत-प्रतिशत मतदान सुनिश्चित करने के लिए अनेक प्रयास कर रही है. वहीं, दूसरी ओर नकारात्मक शक्तियां लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने को उतारू हैं.
जेएनयू में फरवरी और दिसंबर में लिखे गए थे विवादित नारे: उल्लेखनीय है कि जेएनयू में फरवरी में छात्र संघ चुनाव के दौरान सेंटर फॉर हिस्टोरिकल स्टडीज (सीएचएस) की जीबीएम के दौरान कुछ छात्रों ने रणवीर सेना के संस्थापक रहे ब्रह्मेश्वर मुखिया जिंदाबाद के नारे लगाए थे. साथ ही जमकर हंगामा किया था. इससे पहले 28 दिसंबर और एक अक्टूबर को भी जेएनयू की दीवारों पर भी इसी तरह के विवादित नारे लिखे गए थे.
जेएनयू के स्कूल ऑफ लैंग्वेजेज के फर्स्ट फ्लोर की दीवारों पर अबकी बार रिबिल्ट बाबरी मस्जिद लिखा गया था. दीवार पर जहां लाल रंग से यह स्लोगन लिखा गया था. वहीं पर काले मार्कर से एनएसयूआई का नाम भी लिखा हुआ है. इसको देखते हुए एनएसयूआई के ऊपर इस तरह का स्लोगन लिखने का आरोप लगा था.
तब, एनएसयूआई की जेएनयू में इकाई के अध्यक्ष सुधांशु शेखर ने कहा था कि हमारे संगठन का नाम दीवार पर काले मारकर से पहले से ही लिखा हुआ था. लाल रंग से यह स्लोगन बाद में लिखा गया है. यह हमारे संगठन को बदनाम करने की साजिश है. उन्होंने जेएनयू प्रशासन से इसकी जांच की मांग करते हुए अराजक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की थी.
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