नैनीताल: उत्तराखंड के नैतीताल जिले में सात दिन पहले नहाते समय डूबे फौजी का शव आज 15 जुलाई सोमवार को मिल गया है. फौजी का नाम हिमांशु दफौटी था, जो भारतीय सेवा की 9 कुमाऊं रेजीमेंट में तैनात था. बीते दिनों हिमांशु दफौटी छुट्टी आई था, तभी वो इस हादसे का शिकार हो गया था. बीते सात दिनों से पुलिस फौजी का शव तलाश रही थी, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पा रहा था.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक बीते दिनों हल्द्वानी के पांच फौजी दोस्त छुट्टी पर अपने घर आए हुए थे. बीते मंगलवार 9 जुलाई को सभी दोस्त नैनीताल जिले में धरी के पास परी ताल क्षेत्र में पहुंचे थे, जहां नहाते समय हल्द्वानी निवासी हिमांशु दफौटी गहरे पानी में चले गए और नदी में तेज बहाव में बह गए थे.
मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और फौजी की तलाश शुरू की. आज सात दिनों बाद फौजी का शव नदी में से मिला. एसडीआरएफ एसआई मनोज रावत ने बताया कि धारी विकासखंड के पदमपुरी मार्ग पर सड़क से नीचे बसे बमेटा गांव के पुल के गधेरे में मंगलवार की शाम छुट्टी मनाने पहुंचे पांच फौजियों में से एक फौजी गधेरे में नहाते समय डूब गया था.
साथी फौजी को डूबता देख अन्य साथी भी उसे बचाने के लिए पहुंचे पर डूबे फौजी का पता नहीं चल पाया. साथियों ने जिला प्रशासन और पुलिस को सूचना दी. सूचना पर देर शाम सात बजे धारी, धानाचूली पुलिस, राजस्व पुलिस, एसडीआरएफ और फायर की टीम मौके पर पहुंची. एसडीआरएफ ने गधेरे में डूबे फौजी को खोजने के लिए सर्च अभियान चलाया पर अंधेरे होने से पता नहीं चल पाया. टीम लगातार फौजी की तलाश कर रही थी. आज टीम को सफलता मिली.
धारी एसडीएम केएन गोस्वामी ने बताया कि नदी में लापता फौजी के शव को बरामद कर लिया है. बीते मंगलवार शाम विनोद सिंह पुत्र देवेंद्र सिंह निवासी देवलचौड़ हल्द्वानी ने जिला प्रशासन को घटना सूचना दी थी. उन्होंने बताया था कि वह अपने दोस्त हिमांशु देफौटिया पुत्र पुष्कर देफौटिया निवासी बागेश्वर हाल निवासी कुसुमेखेड़ा हल्द्वानी, प्रदीप नेगी पुत्र नंदन सिंह निवासी सोमेश्वर अल्मोड़ा, आकाश बिष्ट पुत्र लाल सिंह निवासी शेरपुर देहरादून, चंदन सिंह निवासी मानपुर वेस्ट हल्द्वानी के साथ गधेरे में नहा रहे थे.
तभी अचानक नहाते समय हिमांशु देफौटिया पानी में डूबने लगा तो सभी साथियों से उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन पानी अधिक होने से हिमांशु का पता नहीं लग पाया. विनोद ने बताया कि वह और उसके सभी साथी कुमाऊं रेजीमेंट के नाइन कुमाऊं की यूनिट में तैनात है.
बताया जा रहा है कि स्थानीय लोगों ने भी फौजियों को गधेरे में नहाने से मना किया था, लेकिन उन्होंने किसी की नहीं सुनी थी. स्थानीय लोगों ने बताया कि पूर्व में भी कई लोग यहा नाहते हुए डूब चुके है.
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