देहरादून: भूस्खलन और भारी बारिश के बाद केदारनाथ पैदलमार्ग पर हजारों यात्री फंस गए थे. जिसमें से 17, 000 से अधिक लोगों का सफलता पूर्वक रेस्क्यू कर लिया गया है, जबकि कुछ यात्री अभी भी फंसे हुए हैं. ऐसे में श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (BKTC) अपने सभी विश्राम गृहों में तीर्थयात्रियों को मुफ्त आवास सुविधा देगी, ताकि यात्रियों को कोई परेशानी ना हो.
Uttarakhand | In case of road blockage during monsoon season, Shri Badrinath - Kedarnath Temple Committee (BKTC) will provide free accommodation facilities to pilgrims in all its rest houses.
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 4, 2024
BKTC President Ajendra Ajay said that he has issued instructions to the officials in…
केदारनाथ पैदल मार्ग पर फंसे थे हजारों यात्री: बता दें कि केदारनाथ पैदल मार्ग पर आई त्रासदी के बाद रेस्क्यू अभियान चौथे दिन भी जारी रहा. रेस्क्यू ऑपरेशन में MI17 और चिनूक और आर्मी के जवानों की मदद ली जा रही है. पूरे केदारनाथ धाम के विभिन्न पड़ावों पर 1000 से 1500 लोग फंसे हुए थे.
यात्रियों को बीकेटीसी देगी खाना और आवास: बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि किसी भी प्रकार की आपातकालीन स्थिति में तीर्थयात्रियों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं. बीकेटीसी के पास केदारनाथ और बदरीनाथ यात्रा मार्ग पर प्रमुख स्थानों पर विश्राम गृह स्थित हैं, जिनमें तीर्थयात्रियों को न्यूनतम शुल्क पर आवास की सुविधा प्रदान की जाती है.
यात्रियों को बांटे जा रहे फल: उन्होंने बताया कि बीकेटीसी की ओर से केदारनाथ धाम में फंसे तीर्थयात्रियों को हरसंभव मदद दी जा रही है. बीकेटीसी सावन माह में बाबा केदार की विशेष पूजा के लिए संत स्वामी संविदानंद द्वारा लाए गए कई क्विंटल फल तीर्थयात्रियों को वितरित कर रहा है. साथ ही जीएमवीएन के सहयोग से भंडारे का भी आयोजन किया जा रहा है.
17 हजार से अधिक यात्रियों का रेस्क्यू: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि आपदा में फंसे लोगों या प्रभावितों के स्वास्थ्य, भोजन-पानी और अन्य सुविधा दी जा रही है. उन्होंने बताया कि अब तक करीब 17 हजार से अधिक लोगों का आपदा में रेस्क्यू किया जा चुका है. राहत और बचाव कार्य जारी है.
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