नई दिल्ली: दिल्ली शराब नीति घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को आरोपी बनाते हुए कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है. इस पर आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सांसद डॉक्टर संदीप पाठक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा और जांच एजेंसियों पर कई आरोप लगाए. उनका कहना है कि 20 जून को पूरे 2 साल की जांच और सबूत के आधार पर पीएमएलए स्पेशल कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया था. इसमें सभी बातें आ गई थीं. लेकिन अरविंद केजरीवाल को जेल में रखने के लिए घिसी पिटी बातों को दोहराया जा रहा है.
पाठक ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी द्वारा रचित तथाकथित शराब नीति घोटाले के मामले में ईडी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी को भी आरोपी बनाया है. ईडी ने सेवंथ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की है. 20 जून को पीएमएलए स्पेशल कोर्ट ने ईडी द्वारा हाईलाइट की गई सारी चीजों पर अपना आदेश स्पष्ट तौर पर दिया है. पीएमएलए स्पेशल कोर्ट का आदेश 2 साल की सारी जांच के सबूत को ध्यान में रखकर ऑर्डर पास किया गया था. ईडी कह रही है कि आम आदमी पार्टी आरोपी है. 100 करोड़ रुपए लिए. यह सारे घीसे पिटे आरोप लगाए जा रहे हैं. पैसा कहां से आया और कहां गया जब तक यह साबित ना हो तब तक केस नहीं बनता है.
BJP के तीन allies - IT, ED, CBI का दुरुपयोग कर Aam Aadmi Party को खत्म करना चाहती है भाजपा l Important Press Conference l LIVE https://t.co/6BDF6EvYit
— AAP (@AamAadmiParty) July 11, 2024
कोर्ट में आरोप नहीं साबित कर पाई ईडी: संदीप पाठक ने कहा कि पीएमएलए स्पेशल कोर्ट के आदेश में कहा गया है कि ईडी यह साबित करने में फेल हो गई कि पैसे कहां से आए और कहां गए. ईडी मनी ट्रेन खोज नहीं पा रही है. ऐसे में वह चाह रही है कि जब तक वह पैसे ट्रेस नहीं कर लेते हैं तब तक जेल में रखना चाहते हैं. यह लोग बार-बार कहते हैं कि पैसा गोवा चुनाव में यूज किया गया, लेकिन आदेश में लिखा गया है कि ईडी यह बताने में फेल हो गई की असेंबली चुनाव में कहां और कैसे पैसा खर्च किया गया.
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दो साल पुराने सबूतों का कर रहे प्रयोग: उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को इन्होंने आरोपी बनाया है, लेकिन एक रुपए का उनके खिलाफ सबूत नहीं है. ईडी की नीयत में खोट है. पक्षपातपूर्ण काम कर रही है. 2022 में जो मैटेरियल थे उसे 2024 में यूज़ कर रहे हैं. ईडी का उद्देश्य मनी ट्रेल खोजना केस को मजबूत बनाना या केस को कंक्लुजन की तरफ ले जाना नहीं है. यह जेल में रखने के लिए काम कर रहे हैं.
वोट काटने के लिए राजकुमार आनंद को बसपा से लड़ाया: पाठक ने कहा कि राजकुमार आनंद दिल्ली सरकार में मंत्री थे. उनके घर पर 23 घंटे तक ईडी की रेड हुई. भारतीय जनता पार्टी आकर चिल्लाने लगी कि आनंद ने घोटाला किया है. हवाला के जरिए पैसे इधर-उधर किए हैं. चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी छुड़वाया और वोट काटने के लिए बीएसपी से चुनाव लड़वाया. अब वापस भाजपा में ले आए. दूसरी तरफ करतार सिंह के यहां रेड कराई गई. करतार सिंह को भी भाजपा ने अपनी पार्टी में ले लिया. मेरा हाथ जोड़कर निवेदन है कि ईडी जैसी जांच एजेंसी का दुरुपयोग ना करो.
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