जयपुर: संसद में हुए 'धक्का कांड' को लेकर कांग्रेस-बीजेपी आमने-सामने हैं. बीजेपी और कांग्रेस दोनों के नेता सियासी बयानों के जरिये आमने सामने हैं. इसी कड़ी में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद मदन राठौड़ ने भी संसद में हुई घटना को लेकर कांग्रेस पर तीखा पलटवार किया है. साथ ही राइजिंग राजस्थान को लेकर कांग्रेस की ओर से लगाए जा रहे आरोपों का जवाब दिया.
राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस लोकसभा में 99 सीट जीत गई तो बाहुबली बन रही है. नशे और रोजगार को लेकर कांग्रेस के प्रदर्शन पर कहा कि नशे पर राजनीती करना गलत है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस 99 सीट क्या जीत कर आ गई, उनके नेता अपने आप को बाहुबली समझने लगे हैं. राजनीति में बाहुबल की कोई जगह नहीं है. इस तरह की राजनीति अच्छी बात नहीं है. राठौड़ ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को लेकर कांग्रेस ने जिस तरह से प्रोपेगेंडा खड़ा किया, उसके विरोध में बीजेपी के सांसद संसद के एक द्वार पर इकट्ठे होकर अपना विरोध दर्ज कर रहे थे. इसी बीच कांग्रेस नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जानबूझकर बीच में से निकले और बीजेपी के दो सांसदों को धक्का दिया. एक राष्ट्रीय पार्टी के नेता प्रतिपक्ष का इस तरह का व्यवहार निंदनीय है.
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बेरोजगारी और नशे के विरोध में जयपुर में यूथ कांग्रेस की ओर से किए गए विरोध प्रदर्शन पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने कहा कि नशा रोकना एक सकारात्मक प्रश्न है, लेकिन इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. नशा मुक्ति को लेकर अगर कांग्रेस बात करती है तो इस पर बात होनी चाहिए, लेकिन वह किस तरह बेरोजगारी को नशा मुक्ति को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रही है. यह समझ से परे है. हमारी सरकार ने युवाओं को रोजगार देने के लिए राइजिंग राजस्थान में कई एमओयू किए हैं. आने वाले समय में रोजगार के अवसर खुलेंगे. इतना ही नहीं हमारी सरकार बनने के बाद एक के बाद एक नौकरियों की भर्ती निकाली जा चुकी है. नौकरियों में सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है. कांग्रेस को अपने शासन को याद करना चाहिए कि उन्होंने किस तरह से युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया था.
संवेदनशील घटना पर राजनीति नहीं: राठौड़ ने जयपुर के भंकरोटा स्थित अजमेर - जयपुर हाईवे पर हुई घटना पर कांग्रेस की ओर से भजन लाल सरकार पर लगाए गए आरोप को लेकर कहा कि यह घटना बेहद दुखद है. इस घटना में कई निर्दोष लोगों की जान गई है. सरकार की ओर से इलाज में हर संभव मदद की जा रही है.इस मामले में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का बयान निंदनीय है. कांग्रेस को इस पर राजनीति नहीं करनी चाहिए. मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा इतने संवेदनशील थे कि वे सबसे पहले अस्पताल पहुंचे. घायलों को बेहतर चिकित्सा के निर्देश दिए. इसके बाद घटनास्थल पर गए. मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता पर खुद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रशंसा की. अब फिर वह किस तरह के आरोप लगा रहे हैं? यह समझ से परे है.
सबको समान अधिकार: आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के पूजा पद्धति के बयान पर राठौड़ ने कहा कि कोई भी समाज हो, वह किसी भी पूजा पद्धति को अपना सकता है. नमाज पढ़े, मंदिर जाए, गुरुद्वारा जाए, सबके अपने-अपने आस्था केंद्र हैं, लेकिन राष्ट्रभक्ति हर व्यक्ति में होनी चाहिए. देश में सबको समान अधिकार है. मोहन भागवत ने पहले भी कहा है कि समाज को सम्मान का भाव दिखाना चाहिए, किसी का कोई भी धार्मिक आस्था पर किसी की कोई पाबंदी नहीं होनी चाहिए. अब इसके बाद भी इस तरह के विषय पर क्यों उन्माद पैदा किया जा रहा है, यह पता नहीं, लेकिन जो लोग इस तरह के उन्माद को जन्म दे रहे हैं वह देश में समरसता को बिगड़ने की कोशिश कर रहे हैं. भारतीय राजनीति में इसकी कोई जगह नहीं है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के सभी वर्गों को साथ लेकर काम कर रहे हैं.