जयपुर: 1 सितंबर से शुरू होने वाले बीजेपी के सदस्यता अभियान की तैयारी को लेकर राजस्थान में भी पार्टी ने कार्यशालाएं शुरू कर दी हैं. इसी कड़ी में मंगलवार को प्रदेश स्तरीय कार्यशाला जयपुर में आयोजित की गई, जिसमें मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल, सह प्रभारी विजया रहाटकर, प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ सहित कई बड़े नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए. इस दौरान प्रदेश प्रभारी बनने के बाद पहली बार किसी कार्यक्रम में शामिल हुए राधा मोहन अग्रवाल ने पार्टी के नेताओं को दो टूक शब्दों में बड़ी नसीहत दी. उन्होंने सदस्यता अभियान की कार्यशाला में अनुपस्थिति और बीच में जाने वाले नेताओं पर नाराजगी जताते हुए कहा कि संगठन सर्वोपरी होना चाहिए, जो नेता और पदाधिकारी बुलाने के बावजूद नहीं आने और कार्यशाला में आने के बाद बीच में चले जाने वालों की रिपोर्ट प्रदेश अध्यक्ष को तैयार करने के लिए कहा.
राठौड़ की गैरमौजूदगी पर हुए नाराज: दरअसल प्रभारी राधा मोहन अग्रवाल सदस्यता अभियान के कार्यशाला को जब संबोधित कर रहे थे, तो उन्होंने किस तरह से सत्यापन का ध्यान रखते हुए सदस्य बनने को लेकर अपनी बात कही. उसके बाद उन्होंने पूर्व नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ का नाम लेते हुए कहा कि वह कहां है? अभी कुछ देर पहले तो यही थे, लेकिन अब दिखाई नहीं दे रहे हैं? इसके बाद अग्रवाल की भाषा में थोड़ी तल्खी दिखाई दी और उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ को इशारा करते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति संगठन से ऊपर नहीं है, संगठन सर्वोपरि होता है. उन नेताओं, कार्यकर्ता और पदाधिकारियों की लिस्ट तैयार की जाए जिन्हें इस कार्यशाला में बुलाया गया था, लेकिन वह नहीं आए, उनकी अनुपस्थिति की विस्तृत रिपोर्ट तैयार की जाए.
इसके साथ ही राधा मोहन अग्रवाल ने उन नेताओं की लिस्ट में तैयार करने के लिए करने के लिए भी कहा जो कार्यशाला में तो आए, लेकिन बीच कार्यशाला में छोड़कर चले गए. राधा मोहन दास अग्रवाल ने अपने भाषण के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के शासनकाल के दौरान किए गए कामकाज और योजनाओं का जिक्र करते सराहना की. उधर नेताओं की अनुपस्थिति पर सदस्यता अभियान के संयोजक अरुण चतुर्वेदी ने कहा कि उदयपुर और उदयपुर देहात को इस कार्यशाला मैं शामिल नहीं किया गया था. इसके साथ ही एक दिन पहले राखी का बड़ा त्यौहार था. ऐसे में कुछ नेताओं ने व्यक्तिगत रूप से कार्यशाला में शामिल नहीं होने की अपनी स्थिति को बता दिया था. कार्यशाला में 70 फीसदी नेता और कार्यकर्ता मौजूद थे, जिनकी अनुपस्थिति रही उनको लेकर सूची तैयार करेंगे.
70 फीसदी नेता और पदाधिकारी पहुंचेः कार्यशाला में पहुंचने वाले नेता और पदाधिकारियों की औसत संख्या 70 फीसदी ही रही, जबकि इस कार्यशाला में शतप्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित की गई है. इस दौरान राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा कि राजस्थान में 114 विधायक हैं, जबकि यहां पर सिर्फ 64 विधायक की मौजूद हैंं. 14 सांसदों में से सिर्फ 10 सांसद मौजूद हैं, 24 मंत्रियों में से सिर्फ 16 मंत्री मौजूद हैं. केंद्रीय मंत्रियों की भी अनुपस्थित दिखाई दे रही है. जिला अध्यक्षों की बात करें तो 44 जिला अध्यक्षों में से सिर्फ 38 जिला अध्यक्ष पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि सभी नेता और कार्यकर्ताओं को समझना होगा कि संगठन सर्वोपरि होता है, जब भी संगठनात्मक कार्यों या किसी तरह का अभियान चलाया जाता है तो उसमें सब की मौजूदगी अति आवश्यक है. मंच पर जब मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष दिनभर रह सकते हैं तो बाकी नेताओं को बीच कार्यक्रम छोड़कर जाने की जरूरत क्या है?. इस तरह से अनुपस्थित और कार्यक्रम को बीच में छोड़कर चले जाना पार्टी आचरण के विरुद्ध है. अग्रवाल ने प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ से कहा कि सभी गैर मौजूद नेताओं और पदाधिकारी की सूची उन्हें उपलब्ध कराएं.
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तीन प्रकार के बीजेपी के सदस्य बन सकेंगे: प्रदेश सदस्यता अभियान के संयोजक अरुण चतुर्वेदी ने बताया कि आज प्रदेश स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई है. इसके बाद अलग-अलग फेज में जिला और तहसील स्तर पर कार्यशाला आयोजित की जाएगी, जिसमें 1 सितंबर से शुरू होने वाले भाजपा सदस्यता अभियान को लेकर बताया जाएगा. उन्होंने कहा कि भाजपा की तीन तरह से सदस्यता ली जा सकती है. पहली सदस्यता अभियान के लिए 8800002024 पर मिस्ड कॉल दिया जा सकता है. दूसरा भाजपा की वेबसाइट और तीसरा QR कोड से सदस्यता ले सकेंगे. चतुर्वेदी ने बताया कि राजस्थान में एक करोड़ सदस्य बनाने का लक्ष्य लिया है. हर बूथ पर 200 सदस्य होंगे और इसके लिए टीम बना दी गई है. वह घर-घर जाकर जागरूक करेगी और सदस्य बनने के लिए काम करेगी.