नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 21 दिन की अंतरिम जमानत अवधि समाप्त होने के बाद कल रविवार को तिहाड़ जेल में सरेंडर कर दिया. सरेंडर करने से पहले सीएम केजरीवाल कल राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नमन करने के लिए परिवार और आम आदमी पार्टी नेताओं के साथ राजघाट भी गए थे. दिल्ली आबकारी नीति में कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल में गए अरविंद केजरीवाल के गांधी जी की समाधि पर जाने से बीजेपी के नेताओं ने आपत्ति जाहिर की है. भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और यूनाइटेड हिंदू फ्रंट के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जय भगवान गोयल ने सोमवार को समाधि स्थल पर गंगाजल छिड़ कर उसको पवित्र करने का दावा किया.
बीजेपी नेता जय भगवान गोयल ने कहा कि वे अपने कुछ साथियों के साथ गांधी जी की समाधि राजघाट पर गए और गांधी जी की समाधि को गंगाजल के छिड़काव के साथ पवित्र किया. उन्होंने कहा कि शराब नीति में कथित भ्रष्टाचार के आरोप में अरविंद केजरीवाल 51 दिन तक तिहाड़ जेल में बंद रहे. इसके बाद उनको सुप्रीम कोर्ट के आदेशों पर 10 मई को 21 दिन की अंतरिम जमानत पर बाहर आने की छूट मिली थी. अब वह फिर से भ्रष्टाचार के मामले में तिहाड़ जेल में चले गए हैं. इस जेल में जाने से पहले उन्होंने राष्ट्रपति महात्मा गांधी के समाधि स्थल को अपवित्र करने का काम किया है.
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गोयल ने आरोप लगाया कि कथित शराब घोटाले के आरोप में जेल काट रहे अरविंद केजरीवाल ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की समाधि पर आकर उनकी समाधि को अपवित्र कर उनका बहुत बड़ा अपमान किया है. दूसरी तरफ से वे बहुत बड़े राष्ट्र भक्त और देशभक्त होने का नाटक भी करते हैं. जबकि, गांधी जी तो सदैव शराब के विरोधी रहे हैं. इससे लाखों करोड़ों देशभक्तों की भावनाएं आहत हुई हैं और उनकी आहत हुई भावनाओं पर मरहम लगाने के उद्देश्य से समाधि को गंगा जल से छिड़क कर फिर से पवित्र किया है. केजरीवाल के इस कृत्य के लिए बीजेपी नेताओं ने गांधी जी से माफी भी मांगी है.
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