सिरसा: हरियाणा की सिरसा लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद सुनीता दुग्गल का टिकट काटकर बीजेपी ने अशोक तंवर को इस सीट से उम्मीदवार बनाया है. टिकट कटने पर सुनीता दुग्गल का दर्द आखिरकार झलक ही गया. सिरसा के रोड़ी गांव में बीजेपी की विजय संकल्प रैली का आयोजन हुआ. जिसमें सांसद ने कहा "मुझे लगता है कि ये मेरी फेयरवेल पार्टी है. मेरी नौकरी भी गई और टिकट भी कट गया."
टिकट कटने पर छलका सुनीता दुग्गल का दर्द: राजनीति गलियारों में चर्चा है कि सुनीता दुग्गल का फेयरवेल पार्टी कहना अपने कार्यकर्ताओं और समाज के लोगों को इशारा माना जा सकता है कि वो चुनाव से दूरी बना लें. फेयरवेल पार्टी का मतलब होता है की विदाई लेना. वही मंच से बीजेपी उम्मीदवार अशोक तंवर ने कहा कि राजनीति में कभी फेयरवेल नहीं होती. वो सुनीता दुग्गल के उज्जवल भविष्य की कामना करते हैं कि आने वाले वक्त में सुनीता दुग्गल के साथ अच्छा होगा. वहीं आने वाला समय सभी के लिए वेल होगा.
बीजेपी ने इन चेहरों को बदला: बता दें कि सिरसा लोकसभा सीट से बीजेपी ने सांसद सुनीता दुग्गल का टिकट काटकर अशोक तंवर को उम्मीदवार बनाया है. इस बार बीजेपी ने पांच सांसदों का टिकट काटा है. उनमें सिरसा से सुनीता दुग्गल, कुरुक्षेत्र से सांसद नायब सैनी, हिसार से सांसद बृजेंद्र सिंह, करनाल के सांसद संजय भाटिया और सोनीपत से सांसद रमेश कौशिक का शामिल हैं. कुरुक्षेत्र और करनाल की सीट पर सीएम बदलने की वजह से उम्मीदवार बदला गया है. वहीं हिसार से सांसद बृजेंद्र सिंह ने बीजेपी छोड़ कांग्रेस ज्वाइन कर ली है.
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