सीतामढ़ी: बिहार के साथ ही सीतामढ़ी में भी शारदीय नवरात्र की धूम है. बीजेपी विधायक मिथिलेश कुमार पूजा समितियों को तलवार और रामयण भेंट के तौर पर दे रहे हैं. उनके इस कदम की विपक्ष जमकर आलोचना कर रहा है तो वहीं सत्ता पक्ष बचाव की मुद्रा में नजर आ रहा है.
बीजेपी विधायक ने पूजा पंडालों में बांटा तलवार: गुरुवार को जब विधायक पूजा पंडालों में घूम-घूमकर तलवार और रामायण बांटते नजर आए तो इसको लेकर कई सवाल उठने लगे. तब से शुरू हुई विवाद आज तक जारी है. सवाल उठ रहा है कि आखिर बीजेपी विधायक मिथिलेश कुमार ने दुर्गा पूजा के दौरान शस्त्र और शास्त्र साथ-साथ क्यों बांटा? इसके पीछे का उनका प्लान क्या है? एक बात तो साफ है कि बीते कुछ समय से जिस तरह से देश में धर्म की राजनीति हो रही है, उसकी ये भी एक कड़ी बन गई है.
'शस्त्र और शास्त्र का ज्ञान होना आवश्यक': इसको लेकर नगर विधायक डॉ मिथिलेश कुमार ने बताया कि हमारे समाज को शस्त्र और शास्त्र दोनो का ज्ञान होना आवश्यक है. इसके लिए तलवार और रामायण सभी पूजा समितियों को वितरण किया गया है. तलवार देने के सवाल पर नगर विधायक ने बताया कि ये हथियार हिंसा के लिए नही बल्कि हमारी ऋषि पद्धति है.
"प्राचीन काल में महान ऋषियों द्वारा अपनी कठिन सपस्या और साधना से शस्त्रों का निर्माण कर संसार और धर्म की रक्षा के लिए शस्त्र भेंट किया जाता था. भगवान शिव ने भी अर्जुन को शस्त्र दिया था. धर्म की रक्षा के लिए हमलोग सभी पूजा स्थलों पर इसका वितरण का रहे हैं."- मिथिलेश कुमार, बीजेपी विधायक
राजद नेता ने किया कटाक्ष: वहीं तलवार और रामायण बांटने की आरजेडी ने आलोचना की है.राजद नेता मोहम्मद जलालुद्दीन खान ने भाजपा विधायक के द्वारा तलवार भेंट किए जाने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हिंसा और हिंदू मुस्लिम वोट को बांटने को लेकर इस तरह से पूजा पंडालों में तलवार बांटा जा रहा है, जो ठीक नहीं है.
सम्राट चौधरी ने क्या कहा?: वहीं शुक्रवार को इस मुद्दे पर डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी से सवाल किया गया. इसको लेकर सम्राट चौधरी ने कहा कि तलवार बांटने की कोई प्रथा नहीं है. हो सकता है कि लोकल मांग हो, जिसके अनुसार विधायक जी ने तलवार और रामायण का वितरण किया.
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