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हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024: इसराना सीट से BJP इस बाहरी उम्मीदवार को दे सकती है टिकट, कांग्रेस से 33 दावेदार - Israna Assembly Seat

Israna Assembly Seat: पानीपत की इसराना विधानसभा सीट 2019 चुनाव में कांग्रेस ने जीती थी. बीजेपी के टिकट से लड़े पूर्व मंत्री कृष्ण लाल पंवार अब राज्यसभा सांसद हैं. इसलिए बीजेपी इस सीट से इस बार एक बाहरी नेता को उम्मीदवार बनाने की तैयारी में है. वहीं बताया जा रहा है कि कांग्रेस से 33 नेता टिकट की दावेदारी जता चुके हैं. आइये आपको बताते हैं कि इसराना सीट से टिकट के लिए क्या चल रहा है.

Israna Assembly Seat
इसराना से किसको टिकट? (Photo- ETV Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Aug 28, 2024, 4:32 PM IST

पानीपत: प्रदेश में 2024 विधानसभा चुनाव का आगाज हो चुका है. राजनीतिक पार्टियों ने अभी अपने उम्मीदवार मैदान में नहीं उतरे हैं लेकिन प्रत्याशियों को लेकर सभी दलों में माथा पच्ची चल रही है. सबसे ज्यादा मशक्कत बीजेपी कर रहा है क्योंकि उसके ऊपर सरकार की हैट्रिक लगाने का दबाव है. हाल के लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद पार्टी हर सीट पर जातीय समीकरण के हिसाब से अपने उम्मीदवारों पर मंथन कर रही है.

इसराना सीट पर बाहरी उम्मीदार उतारेगी बीजेपी?

इस बार पानीपत की इसराना विधानसभा सीट से भाजपा बाहरी चेहरे को उतार सकती है. इसराना विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. इस सीट पर पिछली बार बीजेपी के टिकट पर कृष्णलाल पंंवार चुनाव लड़े थे लेकिन वो कांग्रेस के बलबीर वाल्मीकि से करीब 20 हजार वोट से चुनाव हार गये थे. कृष्ण लाल पंवार मनोहर लाल की पहली कैबिनेट में परिवहन मंत्री भी रह चुके हैं. फिलहाल वो राज्यसभा सांसद हैं.

इसराना से अशोक तंवर को टिकट दे सकती है बीजेपी

पिछली बार की हार को देखते हुए इस बार इसराना सीट से बीजेपी पूर्व सांसद अशोक तंवर को मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है. हलांकि बताया जा रहा है कि अशोक तंवर की पसंद करनाल की नीलोखेड़ी विधानसभा सीट है. और वो वहीं से चुनाव लड़ना चाहते हैं. अशोक तंवर सिरसा लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन वो कुमारी सैलजा से हार गये थे. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले ही अशोक तंवर बीजेपी में शामिल हुए थे.

इसराना से अशोक तवर को क्यों उतारना चाहती है भाजपा?

भाजपा को कृष्ण लाल पंवार के अलावा इस चुनाव में कोई बड़ा चेहरा नहीं दिखाई दे रहा है. अशोक तंवर के आने से इसराना की जनता को राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार के 30 वर्ष की राजनीति से अलग कोई चेहरा मिल पाएगा. कृष्ण लाल पंवार चार बार इसराना विधानसभा से विधायक बन चुके हैं. इनके अलावा प्रदेश सचिव रह चुके सत्यवान शेरा, जिला महामंत्री रोशन लाल, दयानंद उरलाना भी भाजपा पार्टी से टिकट की दावेदारी दिखा रहे हैं.

कांग्रेस से टिकट के 33 दावेदार

अगर कांग्रेस पार्टी की बात करें तो इसराना सीट से 33 नेताओं ने टिकट के लिए आवेदन किया है. इनमें से पूर्व एमएलए राजरानी पूनम, बलवान सिंह वाल्मीकि, धन कुमार सहित कई नाम शामिल हैं. हलांकि इसराना सीट से वर्तमान विधायक बलबीर वाल्मीकि सबसे मजबूत दावेदार हैं. बलबीर वाल्मीकि भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सबसे भरोसेमंद नेता माने जाते हैं.

इसराना विधानसभा के पिछले 3 चुनाव के नतीजे

2009 के इसराना विधानसभा चुनाव में कृष्ण लाल पंवार ने इनेलो से चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी बलबीर वाल्मीकि को उन्होंने हराया था. कृष्ण लाल पंवार को 43905 वोट मिले थे वहीं बालवीर वाल्मीकि को 41725 वोट मिले थे. 2014 में कृष्ण लाल पंवार ने इनेलो छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था. 2014 के चुनाव में भी कृष्ण लाल पंवार को विजय मिली. वहीं 2019 के विधानसभा चुनाव में इसराना सीट पर समीकरण बदला और करीब 20 हजार के बड़े अंतर से कांग्रेस के बलबीर वाल्मीकि ने बाजी मार ली.

ये भी पढ़ें- हरियाणा विधानसभा चुनाव: जाट-गैर जाट उम्मीदवारों के गणित में उलझी BJP और कांग्रेस, ऐसा हुआ तो सत्ता गंवा देगी बीजेपी !

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पानीपत: प्रदेश में 2024 विधानसभा चुनाव का आगाज हो चुका है. राजनीतिक पार्टियों ने अभी अपने उम्मीदवार मैदान में नहीं उतरे हैं लेकिन प्रत्याशियों को लेकर सभी दलों में माथा पच्ची चल रही है. सबसे ज्यादा मशक्कत बीजेपी कर रहा है क्योंकि उसके ऊपर सरकार की हैट्रिक लगाने का दबाव है. हाल के लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद पार्टी हर सीट पर जातीय समीकरण के हिसाब से अपने उम्मीदवारों पर मंथन कर रही है.

इसराना सीट पर बाहरी उम्मीदार उतारेगी बीजेपी?

इस बार पानीपत की इसराना विधानसभा सीट से भाजपा बाहरी चेहरे को उतार सकती है. इसराना विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. इस सीट पर पिछली बार बीजेपी के टिकट पर कृष्णलाल पंंवार चुनाव लड़े थे लेकिन वो कांग्रेस के बलबीर वाल्मीकि से करीब 20 हजार वोट से चुनाव हार गये थे. कृष्ण लाल पंवार मनोहर लाल की पहली कैबिनेट में परिवहन मंत्री भी रह चुके हैं. फिलहाल वो राज्यसभा सांसद हैं.

इसराना से अशोक तंवर को टिकट दे सकती है बीजेपी

पिछली बार की हार को देखते हुए इस बार इसराना सीट से बीजेपी पूर्व सांसद अशोक तंवर को मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है. हलांकि बताया जा रहा है कि अशोक तंवर की पसंद करनाल की नीलोखेड़ी विधानसभा सीट है. और वो वहीं से चुनाव लड़ना चाहते हैं. अशोक तंवर सिरसा लोकसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन वो कुमारी सैलजा से हार गये थे. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले ही अशोक तंवर बीजेपी में शामिल हुए थे.

इसराना से अशोक तवर को क्यों उतारना चाहती है भाजपा?

भाजपा को कृष्ण लाल पंवार के अलावा इस चुनाव में कोई बड़ा चेहरा नहीं दिखाई दे रहा है. अशोक तंवर के आने से इसराना की जनता को राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार के 30 वर्ष की राजनीति से अलग कोई चेहरा मिल पाएगा. कृष्ण लाल पंवार चार बार इसराना विधानसभा से विधायक बन चुके हैं. इनके अलावा प्रदेश सचिव रह चुके सत्यवान शेरा, जिला महामंत्री रोशन लाल, दयानंद उरलाना भी भाजपा पार्टी से टिकट की दावेदारी दिखा रहे हैं.

कांग्रेस से टिकट के 33 दावेदार

अगर कांग्रेस पार्टी की बात करें तो इसराना सीट से 33 नेताओं ने टिकट के लिए आवेदन किया है. इनमें से पूर्व एमएलए राजरानी पूनम, बलवान सिंह वाल्मीकि, धन कुमार सहित कई नाम शामिल हैं. हलांकि इसराना सीट से वर्तमान विधायक बलबीर वाल्मीकि सबसे मजबूत दावेदार हैं. बलबीर वाल्मीकि भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सबसे भरोसेमंद नेता माने जाते हैं.

इसराना विधानसभा के पिछले 3 चुनाव के नतीजे

2009 के इसराना विधानसभा चुनाव में कृष्ण लाल पंवार ने इनेलो से चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी बलबीर वाल्मीकि को उन्होंने हराया था. कृष्ण लाल पंवार को 43905 वोट मिले थे वहीं बालवीर वाल्मीकि को 41725 वोट मिले थे. 2014 में कृष्ण लाल पंवार ने इनेलो छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था. 2014 के चुनाव में भी कृष्ण लाल पंवार को विजय मिली. वहीं 2019 के विधानसभा चुनाव में इसराना सीट पर समीकरण बदला और करीब 20 हजार के बड़े अंतर से कांग्रेस के बलबीर वाल्मीकि ने बाजी मार ली.

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