जयपुर. लोकसभा की रणभेरी बजने ही वाली है. देश की आधी आबादी को साधने के लिए बीजेपी अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित कर रही है. इसी कड़ी में 6 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश भर की महिलाओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद करेंगे. मोदी के कार्यक्रम को सफल बनाने और राजस्थान में एक इतिहास बनाने के लिए महिला मोर्चा ने तीन दिवसीय कार्यक्रम नारी शक्ति वंदन का आगाज किया है.
तीन दिवस इस कार्यक्रम के जरिए महिला मोर्चा की और से केंद्र सरकार की योजनाओं से महिलाओं को जोड़ने का काम किया जाएगा. महिला मोर्चा ने लक्ष्य रखा है कि इस बार अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष में होने वाले कार्यक्रम में राजस्थान से 50 लाख से ज्यादा महिलाएं पीएम मोदी की वीसी से जुड़कर एक रिकॉर्ड दर्ज कराए.
12 हजार स्थान पर पीएम मोदी से सीधा संवाद : प्रदेश भाजपा महिला मोर्चा की रक्षा भंडारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिलाओं को सशक्त करने के लिए फैसले लिए है, जिसके चलते महिलाएं सशक्त बन रही हैं. उन्होंने कहा कि महिलाओं को एक नई उड़न मोदी सकरार से मिली है. महिलाओं की बढ़ती आत्म निर्भरता के बीच महिला दिवस के उपलक्ष्य में महिला मोर्चा की ओर से प्रधानमंत्री को धन्यवाद देने के लिए 'मोदी रन' कार्यक्रम आयोजित किया गया है. रक्षा भंडारी ने बताया कि ये कार्यक्रम तीन दिन तक चलेंगे. पहले दिन 4 मार्च को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय पर मोदी रन का आयोजन किया गया है. 5 मार्च को विधानसभा स्तर पर नारी शक्ति वंदन रैली निकली जाएगी, जिसमें बड़ी संख्या में महिला शक्ति भागीदारी निभाएंगी. साथ ही केंद्र सरकार की महिला केंद्रित योजनाओं की जानकारी देगी. इसके बाद तीसरे दिन 6 मार्च को प्रदेश भर की महिलाएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद कार्यक्रम में जुड़ेंगी.
वीसी से 50 लाख महिलाएं जुड़ेंगी: रक्षा ने बताया कि पीएम मोदी के इस संवाद कार्यक्रम से राजस्थान के प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर से लेकर नगर निकाय तक लगभग 12 हजार स्थान पर महिला शक्ति प्रधानमंत्री का सीधा संवाद वर्चुअल देखने जा रहा है और नारी सशक्तिकरण का यह बहुत महत्वपूर्ण उदाहरण पेश होने जा रहा है. पूरे प्रदेश में लगभग 50 लाख महिलाएं इस वीसी से जुड़ कर एक इतिहास बनाएंगी. रक्षा भंडारी ने बताया कि इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में विभिन्न स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाएं , सामाजिक समूहों से जुड़ी महिलाएं, समाज की प्रबुद्ध महिलाएं, भजन मंडली की महिलाएं, युवा बहनें और छात्राओं के साथ गृहिणी महिलाएं भी शामिल होंगी.