शिमला: हिमाचल प्रदेश में सियासी माहौल गर्म है. सीएम सुक्खू और सुधीर शर्मा आमने सामने आ गए है. गत दिनों सीएम सुक्खू ने बगावत करने वाले नेताओं के 15-15 करोड़ में बिकने का दावा किया था. जिसके बाद सुधीर ने सीएम सुक्खू को झूठे आरोप लगाने के चलते 5 करोड़ मानहानि का नोटिस भेजा. सीएम सुक्खू ने सुधीर पर पलटवार करते हुए उन्हें बागियों का सरगना करार दिया और कहा कि वो सरगना है उन्हें ज्यादा मिले होंगे.
सीएम सुक्खू के इस आरोप पर सुधीर शर्मा भड़क गए है. सुधीर शर्मा ने कहा कि सीएम सुक्खू ने उन्हें सरगना बता कर उन पर व्यक्तिगत आरोप लगाए है, लेकिन उनके पास इसके तथ्य नहीं है. सीएम सुक्खू जनता को बताए कि हमीरपुर में क्रेशर किसका है.
सुधीर शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू बार-बार यह कह रहे है कि बगावत करने वाले 9 के 9विधायक बिक गए है. और सुधीर शर्मा उनका सरगना है. यह व्यक्तिगत आरोप उन्होंने लगाए है लेकिन इसके साक्ष्य सामने नहीं रखे है.
इसका मतलब उनके पास तथ्य नहीं है. सुधीर शर्मा ने कहा कि सीएम सुक्खू उन सवालों का जवाब नहीं दे रहे जो उन्होंने उनकी सरकार में हो रहे भ्रष्टचार के आरोप लगाए. फिर वो बद्दी में हो रहे भ्रष्टचार, मेडिकल डिवाइस या प्रदेश में हो रहा अवैध खनन का आरोप सीएम पर लगाए हैं.
सुधीर ने मुख्यमंत्री से पूछा कि हमीरपुर में क्रशर किसका है, ये जनता को बताएं. उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार ने सबसे बड़ा भ्रष्टाचार आचार संहिता में किया है. वो शिमला शहर को 24*7 पानी देने वाली सतलुज नदी से बनने वाली पेयजल योजना है. उन्होंने आरोप लगाया कि सुक्खू सरकार ने स्वेज नाम की एक निजी कंपनी को 400 करोड़ ज्यादा पर इसका टेंडर दिया है और सरकार ने 100 करोड़ एडवांस भी दिया है, जो आचार सहिंता का उलंघन है. सुधीर शर्मा ने कहा कि वो तथ्य के साथ सरकार के घोटालों को उजागर करेंगे और भ्रष्टचार को तथ्यों के साथ जनता के सामने लाएंगे.