जयपुर. लोकसभा चुनाव में भाजपा अपने मिशन 25 को पूरा नहीं कर पाई. 25 की 25 सीटों पर कमल खिलाने के दावों में विफल रही भाजपा अब परफॉर्मेंस के मंथन पर लग गई है. पार्टी सूत्रों की मानें तो राजस्थान में खराब परफॉर्मेंस को लेकर केंद्रीय नेतृत्व भी नाराज है और उन्होंने प्रदेश संगठन से चुनाव परिणाम की समीक्षा के साथ विस्तृत रिपोर्ट मांगी है. केंद्रीय नेतृत्व में निर्देश के बाद प्रदेश भाजपा संगठन रिपोर्ट तैयार करने में जुटा हुआ है.
विधानसभा वार हो रही समीक्षा : प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी, प्रदेश चुनाव सहप्रभारी विजया राहटकर, महामंत्री श्रवण सिंह बगड़ी, जितेन्द्र गोठवाल सहित संगठन के पदाधिकारी लगातार बैठक कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि बैठक में जिले और विधानसभा वार रिपोर्ट मांगी गई है किस-किस विधानसभा सीट पर पार्टी की परफॉर्मेंस खराब रही, उसकी तथ्यात्मक रिपोर्ट भी जिला इकाई से मांगी गई है. इतना ही नहीं रिपोर्ट में विधानसभा चुनाव के परिणामों से तुलना की जा रही है. हर विधानसभा सीट पर यह आंकलन किया जा रहा है कि किस सीट पर भाजपा पीछे रही और किन कारणों से पीछे रही. रिपोर्ट में यह भी आंकड़ा डाला जा रहा है कि किस लोकसभा सीट पर किसे संयोजक और सह संयोजक बनाया गया था और किसे मंत्री प्रभारी और सहप्रभारी बनाया गया था और उसकी क्या परफॉर्मेंस रही.
25 से सिर्फ 14 पर खिला कमल : बता दें कि 2024 के लोकसभा चुनाव में राजस्थान में बीजेपी को बड़ा नुकसान हुआ है. मिशन 25 को लेकर चल रही बीजेपी 14 पर ही सिमट कर रह गई, जबकि कांग्रेस गठबंधन के साथ मरुधरा की 11 लोकसभा सीटों जीत दर्ज करने में कामयाब रही. पिछले 2 लोकसभा चुनावो में बीजेपी को सभी 25 सीटों पर मिल रही जीत पर ब्रेक लग गया. भाजपा को जोधपुर, भीलवाड़ा, चित्तौड़, उदयपुर, कोटा - बूंदी, बारां - झालावाड़, अलवर, जयपुर शहर, जयपुर ग्रामीण, पाली, राजसमंद, अजमेर, जालौर-सिरोही, बीकानेर लोकसभा सीटों पर जीत मिली, जबकि धौलपुर-करौली, दौसा, भरतपुर, टोंक-सवाई माधोपुर, झुंझुनू, चूरू, सीकर, नागौर, डूंगरपुर-बांसवाड़ा, बाड़मेर-जैसलमेर, गंगानगर-हनुमानगढ़ लोकसभा सीट पर कांग्रेस गठबंधन के साथ जीतने में कामयाब रही.
जो नहीं हुआ उसके बारे में विचार होगा : भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने कहा कि कई बार ऐसा होता है, जब अपेक्षा के अनुसार परिणाम नहीं आते हैं. हर बार एक जैसे हालात नहीं होते, कभी-कभी हालातों में बदलाव हो जाते हैं. यह सही है कि जो परिणाम आए हैं उन पर अब मंथन भी हो रहा है और विचार भी हो रहा है. पार्टी सभी बिंदुओं पर चर्चा कर रही है. हमेशा जो चाहते हैं वह नहीं होता, जो नहीं हुआ है उसके बारे में भी विचार किया जा रहा है.