रांची: मिशन झारखंड के तहत बीजेपी ने आगामी विधानसभा चुनाव युवा और महिलाओं के भरोसे लड़ने का निर्णय लिया है. केन्द्रीय नेतृत्व के इस फैसले के बाद प्रदेश भाजपा ने इसपर कार्ययोजना बनाना शुरू कर दिया है. योजना के तहत युवा और महिलाओं को ना केवल संगठनात्मक दायित्व दी जा रही है बल्कि चुनाव लड़ाने की भी तैयारी की गई है.
भाजपा के शीर्षस्थ नेताओं का मानना है कि युवा देश का भविष्य है और इनकी जनसंख्या में भागीदारी 65% है. ऐसे में इन्हें राजनीति में अवसर देकर पार्टी भविष्य सुरक्षित करना चाहती है. महिलाओं के लिए लोकसभा और विधानसभा में 33% सीट आरक्षित होने के बाद इन्हें राजनीति में भागीदारी सुनिश्चित कराया जाना चाहिए. पूर्व स्पीकर और रांची के भाजपा विधायक सीपी सिंह कहते हैं कि युवा और महिलाओं को राजनीति में भागीदारी सुनिश्चित कराने के लिए पार्टी ने जो निर्णय लिया है वह स्वागत योग्य है क्योंकि दोनों की भूमिका महत्वपूर्ण है.
2019 के विधानसभा चुनाव में 10 महिला प्रत्याशी जीती थी
2019 के विधानसभा चुनाव में कुल 127 महिला प्रत्याशियों में सिर्फ 10 चुनाव जीतने में सफल हुई थी. इससे पहले के चुनाव में 111 महिला प्रत्याशी किस्मत आजमाया था जिसमें 09 चुनाव जीतने में सफल रहीं थीं. नीरा यादव, सीता सोरेन, जोबा मांझी लगातार दूसरी बार चुनाव जीतने में सफल रहीं थीं. पिछले चुनाव में बीजेपी ने आधा दर्जन से अधिक महिला प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारा था.
इसी तरह से युवा खासकर 50 के नीचे के प्रत्याशियों की संख्या भी कमोबेश यही थी. इस बार भागीदारी बढ़ाने की तैयारी में बीजेपी है जिसको लेकर पार्टी अभी से चुनावी रणनीति बनाने में जुटी है. संगठनात्मक कार्यक्रम के लिए बड़े नेताओं के चुनावी दौरे और प्रचार प्रसार का जिम्मा भाजयूमो को देने की तैयारी है इसी तरह से महिला मोर्चा को सशक्त कर कई सांगठनिक कार्यों में लगाया जा रहा है.
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