बलौदाबाजार: छत्तीसगढ़ में तीसरे चरण के मतदान से पहले बीजेपी पार्टी का अंतर्कलह खुलकर सामने आ रहा है. बलौदा बाजार में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के स्वागत में नाम न होने पर सुहेला क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखने को मिली. सीएम के मंच से जाते ही कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा. कार्यकर्ता आपस में ही काफी देर तक विवाद करते रहे.
सीएम की सभा के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं में विवाद: दरअसल, सीएम साय रायपुर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी बृजमोहन अग्रवाल के पक्ष में चुनाव प्रचार करने पहुंचे थे. बलौदाबाजार विधानसभा क्षेत्र के सुहेला में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के कार्यक्रम में उस समय खलबली मच गई, जब कार्यकर्ता नाराज हो गए. जैसे ही मुख्यमंत्री मंच से रवाना हुए. नाराज कार्यकर्ताओं ने जमाकर अक्रोश जाहिर किया. मंच और स्वागत में नाम नहीं होने से बीजेपी में गुटबाजी सामने आई है. इस बात से सुहेला क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्ता काफी नाराज हुए. मुख्यमंत्री के मंच से जाते ही मीडिया की मौजूदगी में कार्यकर्ताओं में काफी देर तक विवाद चला.
अनदेखी का लगाया आरोप: इस विवाद के बारे में सुहेला क्षेत्र के आक्रोशित कार्यकर्ताओं का कहना है कि, "विधानसभा चुनाव 2023 में भाजपा को सुहेला से लीड मिली है. यहां के कार्यकर्ताओं की बदौलत बलौदाबाजार विधानसभा में भाजपा को जीत हासिल हुई. वहीं के कार्यकर्ताओं की अनदेखी की गई. जीत दिलाने वाले कार्यकर्ताओं की अनदेखी की गई मंच पर और स्वागत से उन्हें दूर कर दिया गया."
नाराज कार्यकर्ताओं का बढ़ा गुस्सा: वहीं, नाराज कार्यकर्ताओं को वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ता मनाते भी दिखे, लेकिन सुहेला क्षेत्र के अति उत्साहित युवा और वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ताओं की नाराजगी कम होती नजर नहीं आई. उनका आरोप यह भी रहा कि बलौदा बाजार के बीजेपी नेता मंत्री टंक राम वर्मा को साइड कर रहे हैं. इस संबंध में भाजपा प्रदेश महामंत्री लक्ष्मी वर्मा ने कहा कि, "यह संगठन का अंदरूनी मामला है. बैठकर इसे सुलझा लेंगे."
आखिर क्यों अहम है सुहेला क्षेत्र: बलौदा बाजार विधानसभा अब तक बीजेपी के लिए अभेद किला रहा है.लोकसभा चुनाव में पूरे क्षेत्र से भले ही बीजेपी को जीतती रही हो, उसके लिए बलौदा बाजार आसान क्षेत्र नहीं रहा. यहां तक कि विधानसभा चुनाव में बीजेपी अब तक बलौदा बाजार को मात्र दो बार ही जीत पाई है. बीजेपी को सुहेला और तिल्दा क्षेत्र से ही लीड मिली थी.