देहरादूनः लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के साथ सत्ता संग्राम की रणभेरी बज चुकी है. ऐसे में उत्तराखंड में भारतीय जनता पार्टी हैट्रिक लगाने के लिए सियासी मैदान में फुल एक्टिव मोड में उतर गई है. भाजपा लोकसभा चुनाव में अपने संगठन के हर मोर्चे को मजबूत कर रही है. इसी क्रम में भारतीय जनता पार्टी ने अल्पसंख्यक मतदाता वाले 200 बूथों की जिम्मेदारी अल्पसंख्यक मोर्चा के पदाधिकारियों को दी है. जिम्मेदारी के तहत मुस्लिम समाज के वरिष्ठ नेताओं को भाजपा से जोड़ा जाएगा.
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि उत्तराखंड में बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक मतदाता हैं. भाजपा के अनुसार अल्पसंख्यक मतदाताओं को देखते हुए पार्टी ने अल्पसंख्यक मोर्चे की खास तौर से जिम्मेदारी तय की है. उन्होंने कहा कि प्रदेश भर में तकरीबन 200 बूथ ऐसे चिन्हित किए गए हैं, जहां पर अल्पसंख्यक मतदाताओं की संख्या काफी ज्यादा है. ऐसे बूथों की जिम्मेदारी अल्पसंख्यक मोर्चा को दी गई है. उनकी जिम्मेदारी होगी कि वह पोलिंग स्टेशन तक मतदाता को लेकर जाएं और मतदान करवाएं.
उत्तराखंड वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स का कहना है कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट की अध्यक्षता में प्रदेश कार्यालय में अल्पसंख्यक और दायित्वधारियों के साथ वरिष्ठ नेताओं की बैठक हुई. जिसमें मुस्लिम समाज के वरिष्ठ लीडर और जो कांग्रेस की विचारधारा से आहत हैं और जो भाजपा से जुड़ना चाहते हैं, उनको जोड़ने की जिम्मेदारी दी गई है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में मुस्लिम समाज के कई बड़े चेहरे भाजपा से जुड़ेंगे. भाजपा को एतिहासिक जीत दिलाने के लिए मुस्लिम समाज की भूमिका अहम रहेगी.
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