सीकर. राजस्थान में 'इंडिया' गठबंधन के तहत सीकर लोकसभा सीट पर माकपा पार्टी के कामरेड अमराराम ने नामांकन भरा. अमराराम किसान आंदोलन को लेकर देशभर में पहचान बना चुके हैं. अमराराम साल 1993 में पहली बार विधायक बने. उसके बाद से प्रत्येक विधानसभा और लोकसभा चुनाव लड़ा. लेकिन सांसद के रुप में वो जीत हासिल नहीं कर सके. अब सीकर लोकसभा सीट पर इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी के तौर पर भाजपा के स्वामी सुमेधानंद सरस्वती को टक्कर देंगे.
कौन है इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार अमराराम: शेखावाटी के दिग्गज माकपा नेता की गिनती मजबूत किसान नेताओं में होती है. उन्होंने अपना राजनीतिक जीवन छात्रसंघ चुनाव से शुरू किया था. उसके बाद तीन बार धोद से विधायक रहे. धोद विधानसभा के रिजर्व होने के बाद वो एक बार दांतारामगढ़ से विधायक निर्वाचित हुए. कॉमरेड अमराराम 2023 के विधानसभा चुनाव में भी दांतारामगढ़ से माकपा प्रत्याशी थे, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा.
भाजपा उम्मीदवार ने मुख्यमंत्री की उपस्थिति में किया नामांकन: भारतीय जनता पार्टी से दो बार के सांसद स्वामी सुमेधानंद सरस्वती ने मंगलवार को मुख्यमंत्री भजनलाल व उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी की उपस्थिति में नामांकन दाखिल किया. स्वामी सुमेधानंद सरस्वती 2014 व 2019 में सीकर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी के तौर पर जीत चुके हैं. 2019 में भाजपा प्रत्याशी स्वामी सुमेधानंद सरस्वती ने 772104 मत हासिल किए. वहीं कांग्रेस से प्रत्याशी सुभाष महरिया 474948 लेकर दूसरे स्थान पर रहे. स्वामी सुमेधानंद सरस्वती मूल रुप से हरियाणा के निवासी हैं. उन्होंने 1996 में घर छोड़कर सीकर के पिपराली में वैदिक आश्रम की स्थापना कर गौ संरक्षण का काम शुरू किया.
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रामलीला मैदान में नामांकन सभा: सुमेधानंद सरस्वती की नामांकन सभा में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा 2014 से पहले घोटाले ही घोटाले नजर आते थे. हमने भेदभावपूर्ण काम नहीं किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि जाटों को आरक्षण भी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने सीकर से किया. किसानों को केसीसी देने का काम भी हमारी पूर्व सरकार ने किया. मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुना जल समझौते से शेखावाटी के तीन जिलों को फायदा होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने राजस्थान व हरियाणा में कांग्रेस की सरकार होने के बावजूद यमुना जल समझौते का लाभ नहीं दिलाया.