रामगढ़: जिले में भाजपा आजसू से गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. रामगढ़ जिले के पूर्व प्रत्याशी और वरिष्ठ नेता रणजय कुमार उर्फ कुंटू बाबू ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गठबंधन में इस बार रामगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा से उम्मीदवार की मांग कर रहे हैं. विधानसभा चुनाव आते ही सभी पार्टियों में टिकटों की होड़ शुरू हो जाती है. इधर, भाजपा के पूर्व विधानसभा प्रत्याशी कुंटू बाबू ने रामगढ़ विधानसभा से भाजपा की ओर से प्रत्याशी खड़ा करने की मांग कर रहे हैं. इसके साथ ही साथ आजसू विधायक द्वारा भाजपा कार्यकर्ताओं को जीतने के बाद सम्मान नहीं दिए जाने की बात कर रहे हैं.
अमर बाउरी का बयान डाल सकता है खलल: भाजपा कार्यकर्ता
रामगढ़ विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी रणजय कुमार उर्फ कुंटू बाबू ने कहा कि पिछले उपचुनाव में भाजपा ने समर्पण भाव से आजसू को अपना समर्थन देकर चुनाव जितवाया. चुनाव जीतने के बाद आजसू ने भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ न तो कोई औपचारिक बैठक की और न ही उन्हें धन्यवाद दिया, बल्कि इसके उलट चंदनक्यारी से आजसू के पूर्व विधायक द्वारा अमर कुमार बाउरी के खिलाफ बयान दिया.
रणजय कुमार ने कहा कि रामगढ़ विधानसभा के भाजपा कार्यकर्ताओं ने अकेले चुनाव लड़ने का मन बना लिया है और जरूरत पड़ी तो मोदी और योगी जी का खड़ाऊ रखकर इस बार चुनाव लड़ने को तैयार हैं. उन्होंने कहा कि करीब 20 वर्षों बाद 2019 के विधानसभा चुनाव में बाबूलाल मरांडी के बाद उन्हें मौका दिया गया था. इस समय भाजपा को यहां से करीब 37 हजार वोट प्राप्त हुए थे, जिसमें शहरी क्षेत्र का मत प्रतिशत 87 प्रतिशत रहे थे.
वहीं, भाजपा के कार्यकर्ता भी चाहते हैं कि भाजपा रामगढ़ विधानसभा से चुनाव लड़े, क्योंकि आजसू विधानसभा सीट जीतने के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं का सम्मान नहीं करता है. यदि कोई काम लेकर जाया जाता है तो उनका कहना होता है कि आप बीजेपी से हैं.
बता दें कि 2019 में भाजपा-आजसू अलग-अलग चुनाव लड़ा था, जिसमे दोनों की हार हुई थी. इस समय कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. रामगढ़ विधानसभा 2023 उपचुनाव में भाजपा-आजसू के गठबंधन में आजसू के खाते में गई थी और आजसू की सुनीता चौधरी को जीत मिली थी. लेकिन अब भाजपा की ओर से रामगढ़ विधानसभा के लिए बीजेपी प्रत्याशी की मांग और जयराम महतो की पार्टी की एंट्री चुनाव में असर डालेगी यह देखने वाली बात होगी.
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