सिरसा: हिमाचल में कांग्रेस पार्टी में हुए विद्रोह पर राजनीतिक बयानबाजी जारी है. हरियाणा के सिरसा सांसद सुनीता दुग्गल ने कहा है कि कांग्रेस पार्टी इंडिया गठबंधन को कामयाब करने चली थी लेकिन खुद कांग्रेस पार्टी के नेताओं में ही आपस में विश्वास नहीं रहा. कांग्रेस परिवार में भी एकजुटता नहीं देखने को मिल रही है. कांग्रेस पार्टी अपने विधायकों को ही एकजुट नहीं रख पा रही है. कांग्रेस के नेता अपने विधायकों को समझा नहीं पा रहे है. कांग्रेस पार्टी लीडरशिप की कमी के चलते बिखराव की और बढ़ रही है.
कांग्रेस पर निशाना: हिमाचल प्रदेश में जारी राजनीतिक गहमागहमी पर राजनीतिक दलों की नजर है. हरियाणा के बीजेपी नेता भी हिमाचल प्रदेश की राजनीतिक स्थिति पर नजर बनाये हुए हैं. इसी क्रम में सिरसा सांसद सुनीता दुग्गल ने कांग्रेस पर वार करते हुए कहा है कि "कांग्रेस के विधायक पार्टी नेतृत्व से नाराज चल रहे हैं. कांग्रेस में जारी बिखराव के बावजूद किस आधार पर पार्टी लोकसभा चुनाव में बेहतर प्रदर्शन का दावा कर सकती है. पूरे देश भर में कांग्रेस की स्थिति दयनीय हो चुकी है". सुनीता दुग्गल ने कहा कि "पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने भी कांग्रेस के अस्तित्व पर सवाल उठाया था. ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की 40 सीटें जीतने पर भी सवालिया निशान लगा दिया था".
हरियाणा कांग्रेस की स्थिति पर चुटकी: सिरसा सांसद सुनीता दुग्गल ने हरियाणा में कांग्रेस की स्थिति पर कहा कि "हरियाणा में कांग्रेस की ज्यादा दुर्दशा हुई है. हरियाणा में कांग्रेस का कोई संगठन नहीं है. लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए हरियाणा से कोई नेता तैयार नहीं है. हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी के चलते कांग्रेस कमजोर हुई है. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा और एसआरके गुट के बीच कम्पीटिशन हो गया है. हुड्डा के कार्यक्रम में एसआरके ग्रुप के लीडर शामिल नहीं होते हैं वहीं एसआरके ग्रुप के कार्यक्रम में हुड्डा गुट के नेता नहीं जाते हैं".
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