रांची: झारखंड में विधानसभा चुनाव की घोषणा से पहले भाजपा समेत तमाम राजनीतिक दल जनता के बीच अपना पैठ मजबूत करने में जुट गये हैं. कुछ दिन के भीतर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का दौरा हो चुका है. सोमवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का खूंटी में कार्यक्रम है. इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा कि झारखंड एक आदिवासी बहुल राज्य है. लेकिन इस्लामीकरण और ईसाईयत के दबाव में यहां की डेमोग्राफी बदली जा रही है. एक नई तरह की राजनीति शुरू करने की कोशिश हो रही है. इस कोशिश को भाजपा नाकाम करेगी.
उन्होंने कहा कि तमाम संसाधनों के बावजूद झारखंड में भ्रष्टाचार चरम पर है. इससे राज्य की जनता विपन्नता के दौर से गुजर रही है. लुभावनी बातों से ट्राइबल कम्युनिटी का कल्याण नहीं हो सकता है. दिन प्रतिदिन विषमता बढ़ रही है. बाहर से आकर व्यापार करने वाले लोग संपन्न हो रहे हैं. इसलिए इस बार यहां की जनता परिवर्तन का मूड बना चुकी है.
वहीं, आगामी चुनाव को लेकर पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक करने आए हम पार्टी के नेता और बिहार सरकार के मंत्री संतोष सुमन ने झामुमो द्वारा बिहारियों को बोरे में बंद कर वापस भेजने के सवाल पर कहा कि झारखंड भी बिहार ही था. हमलोग झारखंड को बिहार से अलग नहीं समझते. कोई ऐसी बात करता है तो वह अज्ञानतावश बोलता है. पूरा देश एक है. कोई कहीं भी जा सकता है. ऐसे बयान पर टिप्पणी करना सही नहीं है.
ये भी पढ़ें-