बीजापुर: चोरी की एफआईआर दर्ज कराने की बात आपने सुनी होगी लेकिन सड़क चोरी की शिकायत आपने नहीं सुनी होगी. नक्सल प्रभावित बीजापुर के बासागुड़ा में पूरी की पूरी सड़क ही चोरी हो गई है. चोरों ने बड़े ही शातिराना अंदाज में 2000 मीटर की लंबी सड़क को गायब कर दिया है. गायब सड़क का सुराग अब सर्फ PMGSY की वेबसाइट और जहां से सड़क चोरी हुई है, वहां पर लगे बोर्ड से से मिल रहा है. गायब सड़क को खोज लाने की शिकायत लेकर अब गांव के लोग पुलिस के पास पहुंचे हैं. पुलिस भी अब हैरत में है कि ग्रामीणों की रिपोर्ट लिखें तो किस आधार पर लिखें.
बासागुड़ा में चोरी हुई PMGSY की सड़क: दरअसल बासागुड़ा में विकास को गांव तक पहुंचाने के लिए प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत 2000 मीटर लंबी सड़क का निर्माण होना था. साल 2018 में सरकार की ओर से रोड सेंक्शन कर दिया गया. गांव वाले सोचते रहे कि अब सड़क निर्माण का काम शुरु होगा, लेकिन काम तो शुरु नहीं हुआ, अलबत्ता साल 2022 में सड़क निर्माण का काम पूरा होने का बोर्ड जरूर लगा दिया गया. सड़क नहीं बनने पर गांव वालों का गुस्सा फूट पड़ा. गांव के लोग अब सड़क को लेकर आंदोलन की तैयारी में जुट गए हैं. बीजेपी के नेता भी अब इसे बड़ी लापरवाही बताकर मामले की जांच की बात कर रहे हैं. पार्टी ने तो बाकायदा छह सदस्यीय टीम भी बना दी है. यह टीम मौके पर जाकर देखेगी की कहां क्या गड़बड़ी हुई.
भ्रष्टाचारियों का खुला खेल: सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर बाकायदा ये जानकारी भी दे दी गई कि 2 मई 2022 को सड़क तैयार हो चुकी है. हद तो तब हो गई जब सूनी पगडंडी पर ये बोर्ड भी लगा दिया गया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत ये सड़क बन चुकी है. सड़क को पुतकल से पटेलपारा तक बना हुई भी दिखा दिया गया. कागजों में दर्ज जो दस्तावेज हैं उसके मुताबिक तो सड़क पूरी हो चुकी है जबकी धरातल पर सिर्फ कच्ची सड़क है जिसपर आम आदमी का भी चलना मुश्किल है.
उत्केल गांव से पटेल पारा तक सड़क निर्माण का बोर्ड लगा हुआ है. जाकर देखा तो पाया कि सड़क बनी ही नहीं हैं. हमने ग्रामीणों और सरपंच पति से भी बात की. उनका भी कहना है कि सड़क निर्माण का काम हुआ ही नहीं है. जब सड़क बनी नहीं तो फिर रोड बनने का बोर्ड कहां लगा लगा दिया गया. पुलिस अधीक्षक से हमने कहा है कि चोरी गई सड़क का पता लगाएं. इशू सोनी, शिकायतकर्ता
प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सड़क निर्माण नहीं होने की खबर मिली है. इस सबंध में पीएमजीएसवाय के अधिकारियों से कहा गया है कि वो ये बताएं कि सड़क क्यों नहीं बनी और ये जानकारी कैसे दे दी गई कि सड़क का काम पूरा हो चुका है. पूरा मामला गंभीर है हम इसकी जांच कराएंगे. - अनुराग पांडे, कलेक्टर
हमने छह सदस्यीय टीम बनाई है. हमारी टीम जाकर मौके पर जांच करेगी और ये पता लगाएगी कि कहां पर गड़बड़ी हुई. आवापल्ली विकासखंड के पोतकेल गांव में दो किलोमीटर सड़क बनी थी तो वहीं अब सड़क पूरी तरह से गायब हो गई है. गंभीर भ्रष्टाचार है इसकी जांच जरूर होनी चाहिए. - श्रीनिवास मुदलियार, जिला अध्यक्ष, भाजपा
महत्वाकांक्षी योजना को लगा रहे पलीता: बस्तर और गांवों को विकास से जोड़ने के लिए इस महत्वाकांक्षी योजना की शुरुआत की गई थी. सरकार का मकसद था कि गांव के लोगों को वहीं सुविधा मिले जो शहरों में लोगों को मिल रही है. विकास की रफ्तार जब गांव तक पहुंचेगी तो किसानों को उनकी फसल की सही कीमत भी मिलेगी और नक्सलवाद पर भी काबू पाया जा सकेगा. बीजापुर के बासागुड़ा में जिस तरह से पूरी की पूरी सड़क गायब हो गई है वो अपने आप में शर्मनाक है.