बिलासपुर: अयोध्या में भगवान श्री राम के दर्शन के लिए बिलासपुर से श्रद्धालुओं का जत्था मंगलवार को निकला. बिलासपुर के पुलिस ग्राउंड से 20 बस और 15 कार में श्रद्धालुओं को अयोध्या के लिए रवाना किया गया है. श्रद्धालु बस और कार के जरिए रामलला दर्शन के लिए जा रहे हैं. उन्हें बिलासपुर से सड़क मार्ग के जरिए अंबिकापुर होते हुए अयोध्या ले जाया जा रहा है.
श्रीराम की जीवंत झांकी की गई तैयार : रामलला दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को बिलासपुर के पुलिस ग्राउंड मैदान में एकत्रित किया गया था. यहां आयोजित कार्यक्रम में अयोध्या के भगवान राम की प्रतिमा और गर्भ गृह की तरह झांकी तैयार की गई. एक बच्चे के मुख को काले रंग से सजाया गया, जिसमें रामलला की झलक देखने को मिली. जैसे अयोध्या में प्रतिमा है, उसी तरह की जीवंत झांकी यहां तैयार किया गया था.
अरुण साव ने श्रद्धालुओं को किया रवाना: सभी श्रद्धालुओं को आवश्यक सामग्री और यात्रा की जानकारी दी गई. साथ ही रास्ते में क्या क्या व्यवस्था की गई है, यह भी बताया गया. पुलिस ग्राउंड से निकलने वाले रामरथ को प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस मौके पर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने श्रद्धालुओं को भगवान श्री राम के दर्शन यात्रा की शुभकामना दी.
"छत्तीसगढ़ भगवान राम का ननिहाल है. 500 सालों के बाद भगवान राम के मंदिर का निर्माण हुआ है. छत्तीसगढ़ वासियों में रामलला के दर्शन के लिए बहुत उत्साह है. इसी उत्साह के साथ राम भक्त रामलला के दर्शन के लिए जा रहे हैं." - अरुण साव, डिप्टी सीएम, छत्तीसगढ़
1008 श्रद्धालुओं का किया रजिस्ट्रेशन: बिलासपुर के सामाजिक संगठन ने दो महीना पहले भगवान श्री राम के दर्शन निशुल्क कराने की घोषणा की थी. इसे लेकर श्रद्धालुओं का रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया था. संस्था के पास 1 हजार से भी ज्यादा आवेदन आए थे. संस्था ने अपनी व्यवस्थाओं के आधार पर लगभग 1008 श्रद्धालुओं का रजिस्ट्रेशन किया और उनके लिए व्यवस्था शुरू की थी. संस्था ने 20 बसों के जरिए श्रद्धालुओं को अयोध्या रवाना किया है.
रामलला दर्शन को लेकर श्रद्धालुओं में उत्साह: श्रद्धालु इस मौके पर भगवा और पीले रंग के कपड़े पहने हुए थे, जिनमें भगवान श्री राम के दर्शन को लेकर उत्साह साफ नजर आ रहा था. सभी राम के जयकारे के साथ बस में सवार होकर अयोध्या भगवान श्री राम के दर्शन के लिए निकले.