धमतरी: धमतरी में महंगे शौक को पूरा करने के लिए कुछ दोस्तों ने एक टोली बनाई. फिर इस टोली ने मिलकर बाइक चोरी करने का काम शुरू किया. धीरे धीरे यह गैंग का रूप लेने लगा. ये गैंग मेले और भीड़ भाड़ वाली जगहों पर दोपहिया वाहन को पार करने का काम करते थे. उसके बाद ग्राहक तलाश कर इसे बेच देते थे. कुरुद, राजिम, कोपरा, महासमुंद और मगरलोड इलाके से पुलिस ने चोरी की बाइक बरामद की है. पुलिस की गिरफ्त में आए सभी आरोपी मगरलोड और गरियाबंद के रहने वाले हैं.
बिना नंबर प्लेट की बाइक से हुआ शक, पुलिस ने किया गिरफ्तार: पुलिस को धमतरी में कई दिनों से शिकायत मिल रही थी कि इलाके में बाइक और दोपहिया वाहनों की चोरी हो रही है. जिसके बाद पुलिस ने जांच और कार्रवाई तेज कर दी. पुलिस मुखबिर की सूचना पर धमतरी के कई इलाकों में जांच कर रही थी. इसी दौरान शुक्रवार को पुलिस को 6 ऐसे लोग मिले जो बिना नंबर प्लेट वाली बाइक में दो दो की संख्या में बैठक कर शहर में घूम रहे थे. पुलिस ने इन्हें रोका और बाइक के कागजात दिखाने को कहा. इनसे आसीबुक मांगा गया. जिस पर बाइक सवार दाएं बाएं की बात करने लगे. उसके बाद सभी 6 आरोपियों को थाने लाया गया और इनसे पूछताछ की तो इन्होंने बाइक चोरी की बात को कबूल कर लिया.
"6 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. उनके कब्जे से चोरी की 15 मोटरसाइकिल बरामद की गई है. आगे की कार्रवाई की जा रही है": विंकेश्वरी पिंदे, ट्रेनी डीएसपी, धमतरी
मधुबन मेले से की थी बाइक की चोरी: आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने दो महीने पहले मधुबन मेले में बाइक चोरी को लेकर प्लानिंग की. उसके बाद से वह बाइक और मोटरसाइकिल की चोरी करने लगे. ये सभी गिरोह बनाकर कुरुद, राजिम, कोपरा, महासमुंद, करेलीबड़ी और मगरलोड में बाइक चोरी की घटना को अंजाम देते थे. आरोपियों के पास से पुलिस ने 15 मोटरसाइकिल बरामद की है. पकड़े गए आरोपियों में नयन निषाद, लीलाराम निषाद, योकेश्वर निषाद, धरमचंद निषाद ये चारों गरियाबंद के रहने वाले हैं. मेघराज निषाद और नीलकंठ दास ये दोनों मगरलोड के रहने वाले हैं. पुलिस ने सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जिसके बाद अदालत ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है.