गया: इमामगंज विधानसभा रिजल्ट पर सबकी नजर है. इस सीट पर एनडीए की ओर से हम प्रत्याशी दीपा मांझी और महागठबंधन की ओर से राजद के प्रत्याशी रोशन मांझी के बीच सीधा मुकाबला है. दूसरी ओर यहां जनसुराज एनडीए और महागठबंधन के लिए हार का कारण साबित हो सकती है. इमामगंज विधानसभा की सीट पर पूरे बिहार की नजर है, क्योंकि यहां केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की प्रतिष्ठा दांव पर है.
क्या कहती है जनता की रूझान?: जनसुराज की उम्मीदवार जितेंद्र पासवान ने लड़ाई त्रिकोणीय बनाने की कोशिश की है. संभव है कि वह हराने वाले की भूमिका में ही नजर आएंगे. जनता से मिले रुझान बताते हैं कि अंतत: लड़ाई दीपा कुमारी और रोशन मांझी के बीच ही है. काफी कोशिशों के बावजूद जन सुराज प्रत्याशी जितेंद्र पासवान जीत की रेस में नहीं हैं. इमामगंज विधानसभा की लड़ाई में बड़े उलट फेर की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है.
पहली दफा कोई महिला जीतेगी: इस बार यदि इमामगंज विधानसभा सीट से हम प्रत्याशी दीपा कुमारी जीतती हैं तो यह पहली बार होगा, जब कोई महिला यहां से विधायक होगी. इमामगंज विधानसभा को लेकर रोमांचक संघर्ष के आसार हैं. जीत-हार का फैसला एकदम से नजदीकी होने की संभावना है. अंतिम गिनती पूरी होने तक इस विधानसभा के चुनाव परिणाम के लिए हर किसी की पूरी नजर रहेगी.
51% वोट पड़े: इमामगंज विधानसभा के लिए 51.02% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. 344 बूथों पर तकरीबन यहां 3.25 लाख के आसपास मतदाता हैं. डेढ़ लाख से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. कुल 51.02% वोट पड़े.
11 राउंड काउटिंगः इमामगंज विधानसभा उपचुनाव की मतगणना के लिए 28 टेबल लगे हैं. कुल 11 राउंड काउंटिंग होगी. गया कॉलेज के मानविकी भवन में मतगणना केंद्र बनाया गया है. सबसे पहले डाक मतों की गिनती उसके बाद ईवीएम के वोट गिने जाएगें. सुबह के 8:00 से मतगणना जारी है.
कौन होगा विजेता? केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की बहू के कारण इस सीट पर तकरीबन हर राजनीतिक दल की निगाह रहेगी. राजद को उम्मीद है कि इमामगंज विधानसभा उपचुनाव में उनके उम्मीदवार रोशन मांंझी की जीत होगी. यहां पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने काफी ताकत झोंकी है. वहीं एनडीए भी अपनी जीत का दावा कर रहा है. जन सुराज की पार्टी भी जीत की आस में है.
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