पटना: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित मैट्रिक परीक्षा के दूसरे दिन गणित विषय की परीक्षा आयोजित की गई. मैट्रिक परीक्षा के पहले दिन गुरुवार को दो शिफ्ट में मातृभाषा विषय की परीक्षा शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई. इंटरमीडिएट परीक्षा के तर्ज पर मैट्रिक परीक्षा में भी परीक्षा शुरू होने से आधे घंटे पहले परीक्षा केंद्र में परीक्षार्थियों का पहुंचना हर हाल में अनिवार्य है.
BSEB अध्यक्ष ने परीक्षा केंद्रों का किया निरीक्षण: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने पटना जिले के विभिन्न परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण किया. औचक निरीक्षण के दौरान समीक्षा के क्रम में परीक्षा केंद्र एसआरपीएस राजकीय + 2 विद्यालय, गर्दनीबाग और दयानंद बालक विद्यालय, मीठापुर पर वार्षिक माध्यमिक परीक्षा 2024 के संचालन के संबंध में जारी निर्देशों के अनुपालन में लापरवाही पाई गई. उक्त के आलोक में इन दोनों केंद्रों के केंद्राधीक्षक को हटाने का निर्देश दिया गया है.
लापरवाही मिलने पर कार्रवाई के आदेश: वहीं इनके स्थान पर दूसरे केंद्राधीक्षक की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया गया है. साथ ही दयानंद बालक विद्यालय, मीठापुर के केंद्राधीक्षक को निरीक्षण के क्रम में उच्चाधिकारी को गलत सूचना, लापरवाही बरतने एवं भ्रामक प्रतिवेदन देने और बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा जारी निर्देशों का अनुपालन सही ढंग से नहीं करने के आलोक में 5 साल के लिए ब्लैकलिस्टेड करने का निर्देश दिया गया है.
पहले दिन 24 परीक्षार्थी निष्कासित: मैट्रिक परीक्षा के पहले दिन प्रदेश भर में कदाचार करते पाए जाने पर 24 परीक्षार्थी निष्कासित किए गए. 9 जिले से कुल 24 परीक्षार्थी निष्कासित किए गए, जिसमें सर्वाधिक भोजपुर जिले में 9 परीक्षार्थी निष्कासित किए गए. इसके अलावा दूसरे के बदले परीक्षा देते नवादा जिले में एक इंपर्सनेट पकड़ा गया.
दो शिफ्ट में परीक्षा का आयोजन: मैट्रिक परीक्षा में इस बार 16,94,781 परीक्षार्थी सम्मिलित हो रहे हैं. इसमें छात्रों की संख्या 8,22,587 और छात्राओं की संख्या 8,72,194 है. परीक्षार्थियों की संख्या को देखते हुए रोजाना दो शिफ्ट में परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है. इस बार जूता-मोजा पहनकर परीक्षा केंद्र में प्रवेश करना वर्जित है. परीक्षा को लेकर प्रदेश भर में 1585 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. परीक्षा 23 फरवरी तक आयोजित किया जा रहा है.
परीक्षा में जूता-मोजा पहनने की मनाही: हर बार की तरह इस बार भी, जूता-मोजा पहनने से मना किया गया है. जो जूता-मोजा पहनकर परीक्षा देने जाएंगे, उनका परीक्षा केंद्र के गेट पर ही जूता-मोजा उतरवा लिया जा रहा है. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने बताया कि पहली पाली की परीक्षा में पहले दिन जो परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे, वह सभी दिन पहले पाली की परीक्षा में बैठेंगे. दूसरी पाली में परीक्षा देने वाले परीक्षार्थी प्रतिदिन दूसरी पाली में परीक्षा देंगे.
पटना में 70 परीक्षा केंद्र: इस परीक्षा के लिए पटना जिला में 75,850 परीक्षार्थियों के लिए 70 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. पटना जिला में प्रथम पाली की परीक्षा में 38,187 परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे, जिसमें 20,205 छात्राएं और 17,982 छात्र हैं. वहीं द्वितीय पाली की परीक्षा में 37,663 परीक्षार्थी, जिसमें 20,159 छात्राएं और 17,504 छात्र सम्मिलित होंगे.
गेट फांद कर घुसने पर 2 साल के लिए निष्काषित: समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने स्पष्ट कहा है कि परीक्षा शुरू होने से 30 मिनट पहले परीक्षा केंद्र में परीक्षार्थियों का पहुंचना अनिवार्य है. कोई परीक्षार्थी लेट होते हैं और गेट फांद पर परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने की कोशिश करते हैं, उन पर कानूनी कार्रवाई होगी. 2 वर्षों के लिए परीक्षा से निष्कासित कर दिया जाएगा. उन्होंने केंद्राधीक्षक को भी निर्देशित किया है कि यदि 30 मिनट की समय अवधि खत्म होने के बाद किसी परीक्षार्थी को परीक्षा केंद्र में प्रवेश करते हैं तो उन पर कार्रवाई होगी.
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