खगड़िया: बीजेपी के नए प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल का खगड़िया में भव्य स्वागत हुआ. कार्यकर्ताओं की भावना का इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि दिलीप जायसवाल को तराजू पर बैठाकर लड्डुओं से तौला गया. अपने पैतृक जिले में अपार प्यार पाकर दिलीप जायसवाल भी गदगद दिखे. वहीं उन्होंने इस दौरान इंडिया गठबंधन पर जोरदार निशाना साधा.
![Dilip Jaiswal](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/08-08-2024/22153777_aaga.jpg)
दिलीप जायसवाल को लड्डुओं से तौला: बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार अपने पैतृक जिले खगड़िया पहुंचे बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने छोटे-छोटे कई कार्यक्रम में हिस्सा लिया. साथ ही गोगरी अनुमंडल मुख्यालय स्थित अपने पैतृक आवास पर ग्रामीणों और स्थानीय लोगों से मुलाकात की. भव्य स्वागत से उत्साहित प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, 'खगड़िया के दुर्गापुर में कार्यकर्ताओं ने लड्डुओं से तोलकर जो स्नेह और सम्मान दिया है, वह मेरे लिए अत्यंत भावपूर्ण क्षण था. मैं आप सबकी भावनाओं का आदर करता हू और विश्वास दिलाता हू कि आप लोगों के सम्मान को बनाए रखने के लिए सदैव अग्रिम पंक्ति में खड़ा रहूगा. सभी कार्यकर्ताओं का हृदयतल से धन्यवाद.
![Dilip Jaiswal](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/08-08-2024/22153777_apapa.jpg)
बांग्लादेश मुद्दे पर विपक्ष को घेरा: पत्रकारों को संबोधित करते हुए दिलीप जायसवाल ने बांग्लादेश के हालात पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बांग्लादेश में शांति स्थापित होनी चाहिए. किसी के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए. उन्होंने कहा कि जिस तरह से बंग्लादेश में हिंदुओं को मारा काटा जा रहा है. मंदिर को तोड़ा जा रहा है लेकिन इंडिया गठबंधन के नेता तुष्टीकरण की राजनीति के कारण चुप हैं.
"बांग्लादेश में शाति होनी चाहिए. किसी के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए. तुष्टिकरण के चक्कर में इंडी गठबंधन के नेता चुप हैं, जो गंभार चिता का विषय है."- दिलीप जायसवाल, अध्यक्ष, बिहार बीजेपी
कौन हैं दिलीप जायसवाल?: खगड़िया जिले के रहने वाले दिलीप जायसवाल सीमांचल में राजनीति करते रहे हैं. कटिहार, किशनगंज, पूर्णिया और अररिया में उनकी मजबूत पकड़ रही है. कलवार जाति से ताल्लुक रखने वाले जायसवाल तीसरी बार विधान पार्षद बने हैं. फिलहाल नीतीश सरकार में वह राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री हैं. सम्राट चौधरी को हटाकर हाल में ही उनको प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी और एनडीए को जीत दिलाना उनके लिए बड़ी चुनौती होगी.
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