जोधपुर. शनिवार को विश्व हिन्दू परिषद की केंद्रीय प्रबंधन समिति की अहम बैठक होने जा रही है. इस बैठक में धर्मांतरण पर रोक, मंदिरों की सरकारी नियंत्रण से मुक्ति, जनसंख्या असंतुलन, स्वरोजगार, स्वावलंबन, सेवा, समरसता, गौरक्षा और शरणार्थी हिंदुओं को नागरिकता जैसे ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा होनी है. हालांकि, शनिवार को प्रस्तावित बैठक से पूर्व शुक्रवार को समिति के सदस्यों ने अलग-अलग स्थानों पर बैठकें की. इसको लेकर समिति के केंद्रीय महामंत्री बजरंग बागड़ा मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुए.
इस दौरान राजस्थान में आदिवासियों को हिन्दुओं से अलग बताए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पहले उत्तर पूर्व में आदिवासियों का धर्मांतरण कर उन्हें देश से अलग करने का प्रयास किया गया. वहीं, पिछले 5-7 सालों में राजस्थान के दक्षिणी जिलों में भी इस तरह के प्रयास किए जा रहे हैं. खास कर युवाओं को टारगेट किया गया है. हालांकि, बुजुर्ग और महिलाएं इस प्रयास से सहमत नहीं हैं. वहीं, विश्व हिन्दू परिषद भी इसको लेकर अपना काम शुरू कर चुका है.
पहले उत्तर पूर्व में आदिवासियों का धर्मांतरण कर उन्हें देश से अलग करने का प्रयास किया गया. वहीं, पिछले 5-7 सालों में राजस्थान के दक्षिणी जिलों में भी इस तरह के प्रयास किए जा रहे हैं. खास कर युवाओं को टारगेट किया गया है. - बजरंग बागड़ा, केंद्रीय महामंत्री, विश्व हिन्दू परिषद
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वहीं, जातिगत जनगणना को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में बागड़ा ने कहा कि विश्व हिन्दू परिषद जातिगत जनगणना का शुरू से ही विरोध कर रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि इससे समाज में विभेद पैदा होता है, लेकिन जनगणना होनी चाहिए. ताकि यह साफ हो सके कि हिंदू उपासना करने वाले कितने लोग हैं और कितने मुस्लिम हैं.
विश्व हिन्दू परिषद जातिगत जनगणना का शुरू से ही विरोध कर रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि इससे समाज में विभेद पैदा होता है, लेकिन जनगणना होनी चाहिए. ताकि यह साफ हो सके कि हिंदू उपासना करने वाले कितने लोग हैं और कितने मुस्लिम हैं. - बजरंग बागड़ा, केंद्रीय महामंत्री, विश्व हिन्दू परिषद
देश में शरीयत का कोई स्थान नहीं : बागड़ा ने कहा कि हमारा देश संविधान में अंकित नीति निर्देशक तत्वों के आधार पर चलता है. यहां शरीयत का कोई स्थान नहीं है. विश्व हिन्दू परिषद हमेशा से ही इसके खिलाफ रहा है और आगे भी इसका विरोध जारी रहेगा.
हमारा देश संविधान में अंकित नीति निर्देशक तत्वों के आधार पर चलता है. यहां शरीयत का कोई स्थान नहीं है. विश्व हिन्दू परिषद हमेशा से ही इसके खिलाफ रहा है. - बजरंग बागड़ा, केंद्रीय महामंत्री, विश्व हिन्दू परिषद
आगे धर्मांतरण के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि यह देश के लिए सबसे बड़ा खतरा है. धर्मांतरण के लिए लव और लैंड जिहाद का सहारा लिया जा रहा है. झारखंड में ऐसे कई मामले भी सामने आए हैं. इतना ही नहीं इस दौरान उन्होंने बांग्लादेश और म्यांमार से आने वाले लोगों को भी बड़ा खतरा करार दिया.