दंतेवाड़ा : छत्तीसगढ़ में लोन वर्राटू अभियान का बड़ा असर देखा जा रहा है. पुलिस और प्रशासन ने लोन वर्राटू का प्रचार प्रसार सुदूर इलाकों तक किया है. जिसमें पुलिस टीम को बड़ी कामयाबी मिल रही है.इसी के तहत दंतेवाड़ा पुलिस को नक्सलियों को मुख्य धारा में वापस लौटाने में काफी मदद मिल रही है. दंतेवाड़ा में पुलिस अधीक्षक गौरव राय, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुमार बर्मन के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे नक्सल उन्मूलन लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान से प्रभावित होकर दो नक्सलियों ने घर वापसी की है.
दो नक्सलियों ने किया सरेंडर : सरेंडर करने वाले नक्सलियों ने कहा कि नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाले हिंसा से तंग आकर उन्होंने हथियार छोड़ने का फैसला किया है. जिसके कारण नक्सलवाद की ओर भटके युवा अब समाज के मुख्यधारा में जुड़ने का संकल्प करके मलांगेर एरिया कमेटी रेवाली आरपीसी डीएकेएमएस (दंडकारण्य आदिवासी किसान मज़दूर संघ) सदस्य गंगा कुहड़ामी उम्र लगभग 28 वर्ष जाति गोंड निवासी पोरदेम बड़ेपारा थाना गादीरास जिला सुकमा और रेवाली आरपीसी सीएनएम (चेतना नाट्य मंच) सदस्य हिड्मे सोड़ी पिता मासा सोड़ी उम्र 19 वर्ष जाति मुरिया निवासी पोरदेम बडे़पारा थाना गादीरास जिला सुकमा ने सरेंडर किया है.
लोन वर्राटू अभियान का असर : दोनों नक्सलियों ने सरेंडर की इच्छा जाहिर करते हुए लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान के तहत 11.09.2024 को पुलिस अधीक्षक गौरव राय,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामकुमार बर्मन के सामने डीआरजी कार्यालय दन्तेवाड़ा में आत्मसमर्पण किया.आत्मसमर्पित नक्सलियों को पुलिस अधीक्षक गौरव राय ने पुनर्वास नीति के तहत 25-25 हजार रूपए की सहायता राशि के साथ छत्तीसगढ़ शासन की ओर से मिलने वाली सहायता मिलेगी. लोन वर्राटू अभियान के तहत अब तक 193 इनामी सहित कुल 868 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ चुके हैं.