जयपुर : आय से अधिक संपत्ति को लेकर डीओआईटी की एक कंपनी के जीएम के ठिकानों पर एसीबी की ओर से छापेमारी की कार्रवाई की गई. राजकॉम्प के ग्रुप जनरल मैनेजर छत्रपाल सिंह के 10 ठिकानों पर एसीबी ने छापेमारी की कर्रवाई की. इस दौरान एसीबी को कई महंगी गाड़ियां मिली. एसीबी के डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा के निर्देशन में इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया.
आय से अधिक मामले में 10 ठिकानों पर छापे : भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के डीजी डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि ब्यूरो मुख्यालय को गोपनीय सूत्र-सूचना प्राप्त हुई थी. उसमें पता चला था कि राजकॉम्प इन्फॉ सर्विस लिमिटेड योजना भवन जयपुर के महाप्रबंधक (तकनीकी) छत्रपाल सिंह ने भ्रष्टाचार के साधनों से अपने और अपने परिजनों के नाम से अपनी वैध आय से आनुपातिक रूप से अधिक चल-अचल सम्पत्तियां अर्जित की है. जिनकी अनुमानित खरीद कीमत करोड़ों रुपयों से अधिक है.
सूचना का एसीबी की इन्टेजिलेन्स शाखा की ओर से गोपनीय रूप से सत्यापन किया गया. तथ्यों की पुष्टि होने पर आय से अधिक सम्पत्ति अर्जित का मामला बनना पाए जाने पर प्रकरण दर्ज किया गया. एसीबी जयपुर के उप महानिरीक्षक कालूराम रावत के सुपरवीजन में एसीबी की एसआईयू जयपुर इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप सारस्वत के नेतृत्व में सक्षम न्यायालय से तलाशी वारंट प्राप्त किया गया. उसके बाद एसीबी जयपुर की विभिन्न टीमों ने एक साथ शनिवार अलसुबह आरोपी के जयपुर, हनुमानगढ और गाजियाबाद यूपी स्थित 10 ठिकानों पर सर्च की कार्रवाई की.
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लग्जरी गाड़ियां और करोड़ों रुपए निवेश के मिले सबूत : आरोपी छत्रपाल सिंह और इसके परिवाजनों के नाम एयर अपार्टमेंट श्याम नगर सब्जी मंडी के पास जयपुर में दो फ्लैट (एक डूप्लेक्स और एक अन्य), महादेव नगर सोडाला में एक मकान, करोड़ों रुपए की किमत के पांच चौपहिया महंगे लग्जरी वाहन (एक पोर्शे कार, एक जगुआर लैंड रोवर डिफेण्डर कार, एक महिन्द्रा थार, एक महिन्द्रा स्कॉर्पयो, शेवर्ले कुज वीसीडीआई), एक बीएमडब्लयू बाइक और करीब 6 लाख की नकदी मिले हैं.
इसके अलावा अनेक बीमा पॉलिसियों में निवेश, एक बैंक लॉकर (जिसकी तलाशी ली जानी है) और विभिन्न बैंको में अनेक बैंक खाते जिनमें लाखों रुपये जमा भी मिले हैं. आरोपी की ओर से राजापार्क में एक किराये की सम्पत्ति जिसमें सिम्पली डिवाईन नाम से स्पा होना और वर्तमान में स्पा को किसी अन्य को किराये पर देना सामने आया है. आरोप की ओर से अशोक नगर जयपुर में एक हैपी हार्ट फाउण्डेसन भी संचालित करना पाया गया है, जिसकी तलाशी में लाखों रूपये निवेश करना पाया गया है. तलाशी में आरोपी की ओर से मंहगे रिसोटर्स में रूकने संबंधी कागजात मिले है. विदेश यात्राओं की जानकारी भी प्राप्त हुई है, जिनके संबंध में जांच की जा रही है.
ब्यूरो के प्राथमिक आकलन, प्रथम सूचना रिपोर्ट और अब तक तलाशी में मिले दस्तावेजों के अनुसार आरोपी छत्रपाल सिंह की और से अपने सेवाकाल में भ्रष्टाचार के साधनों से करोड़ों रुपये की खरीद कीमत की अनेक चल-अचल परिसम्पत्तियां अर्जित करने का अनुमान है. जो उनकी वैध आय से आनुपातिक रूप से कहीं अधिक है. इसके अलावा आरोपी और उसके परिजनों की ओर से कई बेनामी परिसम्पत्तियों में निवेश के साक्ष्य मिले हैं, जिनकी विस्तृत जांच की जाएगी. आरोपी के ठिकानों पर तलाशी अभियान जारी है.