वाराणसी: बनारस जिले में खाद्यान्न घोटाले का मामला एक फिर सुर्खियों में आ गया है. आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन(EOW) वाराणसी ने खाद्यान्न घोटाला के आरोपी एडीओ (पंचायत) अरुण कुमार सिंह को मनियर ब्लॉक ऑफिस के पास से गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ बलिया के सिकंदरपुर थाना में साल 2006 में मुकदमा दर्ज है. उस समय आरोपी अरुण कुमार नवानगर ब्लॉक में ग्राम पंचायत अधिकारी नियुक्त थे. वहीं अभी वह वर्तमान में मनियर ब्लॉक में कार्यरत हैं. अरुण कुमार सिंह बलिया जिले के सिकंदरपुर थाने के खटंगी गांव के निवासी है. ईओडब्ल्यू की टीम ने आरोपी को कोर्ट में पेश करने के लिए वाराणसी लेकर रवाना हो गई. ईओडब्ल्यू की ओर से अचानक की गई इस कार्रवाई से ब्लॉक दफ्तर में हड़कंप मच गया.
पूरे मामले पर EOW के निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि, बलिया जिले में साल 2002 और 2005 के बीच केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से सम्पूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना कार्यक्रम चलाया गया था. इस कार्यक्रम के तहत ग्रामीण परिवारों में अति निर्धन, गरीब, बाल श्रमिकों के माता-पिता को रोजगार देकर खाद्यान्न और नकद धनराशि का भुगतान किया जाना था. वहीं केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश शासन की ओर से चलाए गए सम्पूर्ण ग्रामीण रोजगार योजना कार्यक्रम में गिरफ्तार आरोपी ने मामले के अन्य आरोपियों के साथ मिलकर धोखाधड़ी और दस्तावेज में छेड़छाड़ कर खाद्यान्न और सरकारी राजस्व का बंदरबांट किया है.
वहीं आरोपी अरुण कुमार की गिरफ्तारी में आर्थिक अपराध अनुसंधान संगठन वाराणसी के निरीक्षक सुनील कुमार वर्मा, मुख्य आरक्षी विनीत पांडेय, सरफराज अंसारी और अरविंद सरोज शामिल रहे.
यह भी पढ़ें:बहराइच हिंसा; रेहुआ मंसूर गांव के युवाओं के सामने हुई थी रामगोपाल की हत्या, सुनें चश्मदीदों की जुबानी