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लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस का बड़ा एक्शन : दो लोगों पर कार चढ़ाने वाले आरोपी के खिलाफ कुर्की की कार्रवाई - Lucknow Commissionerate Police

राजधानी लखनऊ में एक बार फिर कानून तोड़ने वालों पर सख्त रवैया (LUCKNOW COMMISSIONERATE POLICE) देखने को मिला. महानगर इलाके में 10 मार्च को लापरवाही से कार चलाकर दो लोगों को मौत की नींद सुलाने वाले चालक पर लखनऊ पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Mar 23, 2024, 9:42 AM IST

डीसीपी सेंट्रल रवीना त्यागी ने दी जानकारी

लखनऊ : राजधानी लखनऊ में एक बार फिर कानून तोड़ने वालों पर योगी सरकार का सख्त रवैया देखने को मिला. महानगर इलाके में 10 मार्च को लापरवाही से कार चलाकर दो लोगों को मौत की नींद सुलाने वाले प्रतीक जायसवाल के खिलाफ कमिश्नरेट लखनऊ ने बहुत कड़ी कार्रवाई की है. आरोपी प्रतीक पर कुर्की की कार्रवाई हुई है. लखनऊ में ये पहला मामला है, जब एक्सीडेंट मामले में अभियुक्त पर 82 सीआरपीसी की कार्रवाई की गई हो. इंस्पेक्टर महानगर अखिलेश मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस ने डुगडुगी पीटकर कुर्की के लिए 82 सीआरपीसी की कार्रवाई की.

डीसीपी सेंट्रल रवीना त्यागी ने बताया कि महानगर क्षेत्र में एक कार दुर्घटना हुई थी, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी. कार चलाने वाले की पहचान प्रतीक जायसवाल के रूप में हुई थी, जिसके बाद पुलिस द्वारा अभियुक्त की तलाश की जा रही थी. उसे गिरफ्तार करने के लिए उसके घर समेत अन्य स्थानों पर दबिश दी गई थी, लेकिन अभियुक्त की गिरफ्तारी नहीं हो सकी. उसी क्रम में न्यायालय द्वारा अभियुक्त पर 82 सीआरसीपी की कार्रवाई की गई है, इसके आगे विधिक कार्रवाई की जाएगी.

महज 12 दिन में लिया सख्त एक्शन : महानगर इलाके में रविवार रात एक निजी अस्पताल के पास एक रईसजादे (सराफ) ने मौत की एसयूवी दौड़ाई. सामने से आ रही साइकिल और स्कूटी सवार को टक्कर मार दी थी. घटना के बाद भी चालक ने एसयूवी नहीं रोकी. जिससे दोनों युवक एसयूवी में फंसकर करीब 50 मीटर तक घिसटते रहे. आखिर में दीवार से टकराने के बाद एसयूवी रुकी. तब रईसजादा एसयूवी छोड़कर भाग गया. हादसे में दोनों युवकों की मौत हो गई. फरार चल रहे अभियुक्त पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है.


जानकारी के मुताबिक, मामला 10 मार्च का था. मूलरूप से गोंडा निवासी धर्मेंद्र पाल (21) महानगर में कल्याण मंडपम के पास परिवार के साथ रहते थे. रविवार रात पौने नौ बजे धर्मेंद्र साइकिल से गोल मार्केट से अपने घर की तरफ जा रहे थे, उनके पीछे एक फिनायल कंपनी के सेल्स मैनेजर महानगर के पंतनगर (मूलरूप से गोंडा के करनैलगंज) निवासी नरेंद्र त्रिवेदी (27) स्कूटी से आ रहे थे. एक निजी अस्पताल के पास सामने से आ रही तेज रफ्तार एसयूवी ने अचानक दाहिनी ओर आकर एक के बाद एक दोनों को टक्कर मार दी थी. चालक एसयूवी रोकने के बजाय और तेजी से भागने लगा. इससे धर्मेंद्र व नरेंद्र एसयूवी में फंसकर करीब 50 मीटर तक घिसटते चले गए. फिर सड़क किनारे दीवार में टकराकर एसयूवी रुकी तो चालक उतरकर भाग गया. हादसे में धर्मेंद्र व नरेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई. चालक की पहचान प्रतीक जायसवाल के रूप में हुई. वो महानगर के ही शालीमार गैलेंट अपार्टमेंट का रहने वाला है. पुलिस ने बताया कि मृतक धर्मेंद्र की पत्नी रिंकी ने तहरीर दी थी, जिसके बाद से पुलिस उसकी तलाश कर रही है.

यह भी पढ़ें : बरेली में भीषण सड़क हादसा, तेज रफ्तार कार की टक्कर से दो युवकों की मौत

यह भी पढ़ें : देश में बढ़ रहे सड़क हादसे : हर तीन मिनट में होती है एक मौत, ऐसे पाया जा सकता है काबू

डीसीपी सेंट्रल रवीना त्यागी ने दी जानकारी

लखनऊ : राजधानी लखनऊ में एक बार फिर कानून तोड़ने वालों पर योगी सरकार का सख्त रवैया देखने को मिला. महानगर इलाके में 10 मार्च को लापरवाही से कार चलाकर दो लोगों को मौत की नींद सुलाने वाले प्रतीक जायसवाल के खिलाफ कमिश्नरेट लखनऊ ने बहुत कड़ी कार्रवाई की है. आरोपी प्रतीक पर कुर्की की कार्रवाई हुई है. लखनऊ में ये पहला मामला है, जब एक्सीडेंट मामले में अभियुक्त पर 82 सीआरपीसी की कार्रवाई की गई हो. इंस्पेक्टर महानगर अखिलेश मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस ने डुगडुगी पीटकर कुर्की के लिए 82 सीआरपीसी की कार्रवाई की.

डीसीपी सेंट्रल रवीना त्यागी ने बताया कि महानगर क्षेत्र में एक कार दुर्घटना हुई थी, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी. कार चलाने वाले की पहचान प्रतीक जायसवाल के रूप में हुई थी, जिसके बाद पुलिस द्वारा अभियुक्त की तलाश की जा रही थी. उसे गिरफ्तार करने के लिए उसके घर समेत अन्य स्थानों पर दबिश दी गई थी, लेकिन अभियुक्त की गिरफ्तारी नहीं हो सकी. उसी क्रम में न्यायालय द्वारा अभियुक्त पर 82 सीआरसीपी की कार्रवाई की गई है, इसके आगे विधिक कार्रवाई की जाएगी.

महज 12 दिन में लिया सख्त एक्शन : महानगर इलाके में रविवार रात एक निजी अस्पताल के पास एक रईसजादे (सराफ) ने मौत की एसयूवी दौड़ाई. सामने से आ रही साइकिल और स्कूटी सवार को टक्कर मार दी थी. घटना के बाद भी चालक ने एसयूवी नहीं रोकी. जिससे दोनों युवक एसयूवी में फंसकर करीब 50 मीटर तक घिसटते रहे. आखिर में दीवार से टकराने के बाद एसयूवी रुकी. तब रईसजादा एसयूवी छोड़कर भाग गया. हादसे में दोनों युवकों की मौत हो गई. फरार चल रहे अभियुक्त पर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है.


जानकारी के मुताबिक, मामला 10 मार्च का था. मूलरूप से गोंडा निवासी धर्मेंद्र पाल (21) महानगर में कल्याण मंडपम के पास परिवार के साथ रहते थे. रविवार रात पौने नौ बजे धर्मेंद्र साइकिल से गोल मार्केट से अपने घर की तरफ जा रहे थे, उनके पीछे एक फिनायल कंपनी के सेल्स मैनेजर महानगर के पंतनगर (मूलरूप से गोंडा के करनैलगंज) निवासी नरेंद्र त्रिवेदी (27) स्कूटी से आ रहे थे. एक निजी अस्पताल के पास सामने से आ रही तेज रफ्तार एसयूवी ने अचानक दाहिनी ओर आकर एक के बाद एक दोनों को टक्कर मार दी थी. चालक एसयूवी रोकने के बजाय और तेजी से भागने लगा. इससे धर्मेंद्र व नरेंद्र एसयूवी में फंसकर करीब 50 मीटर तक घिसटते चले गए. फिर सड़क किनारे दीवार में टकराकर एसयूवी रुकी तो चालक उतरकर भाग गया. हादसे में धर्मेंद्र व नरेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई. चालक की पहचान प्रतीक जायसवाल के रूप में हुई. वो महानगर के ही शालीमार गैलेंट अपार्टमेंट का रहने वाला है. पुलिस ने बताया कि मृतक धर्मेंद्र की पत्नी रिंकी ने तहरीर दी थी, जिसके बाद से पुलिस उसकी तलाश कर रही है.

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