जयपुर. लोकसभा चुनाव में सामने आई पार्टी विरोधी गतिविधियों और बयानबाजी पर दूसरे चरण के मतदान के तुरंत बाद पार्टी ने कड़ा एक्शन लिया है. पार्टी के दो वरिष्ठ नेताओं पर इसकी गाज गिरी है. बाड़मेर के शिव से विधायक रहे अमीन खान और राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव बालेंदु सिंह शेखावत को छह साल के लिए पार्टी से निलंबित कर दिया गया है. इसे लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने शुक्रवार रात को आदेश जारी किए.
सुखजिंदर सिंह रंधावा ने बताया कि सिरोही-जालोर सीट से लोकसभा प्रत्याशी वैभव गहलोत और जालोर जिला कांग्रेस कमेटी ने अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों को लेकर शिकायत की थी. इस पर एक्शन लेते हुए राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व सचिव बालेंदु सिंह शेखावत को छह साल के लिए पार्टी से निलंबित किया गया है.
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उम्मेदाराम ने की अमीन खान की शिकायत : सुखजिंदर सिंह रंधावा के अनुसार बाड़मेर-जैसलमेर से लोकसभा चुनाव लड़ रहे उम्मेदाराम बेनीवाल ने अमीन खान के खिलाफ अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों की शिकायत की थी. इस पर एक्शन लेते हुए अमीन खान को छह साल के लिए पार्टी से निलंबित किया गया है. दरअसल, अमीन खान ने बाड़मेर-जैसलमेर से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे रविंद्र सिंह भाटी को खुलकर समर्थन दिया था.
दीपेंद्र सिंह शेखावत के बेटे हैं बालेंदु सिंह : कांग्रेस ने अनुशासनहीनता के आरोप में बालेंदु सिंह शेखावत को निलंबित किया है. वे पूर्व विधानसभा अध्यक्ष दीपेंद्र सिंह शेखावत के बेटे हैं और पीसीसी के सचिव रहे हैं. दीपेंद्र सिंह शेखावत सचिन पायलट के नजदीकी माने जाते हैं. अब बालेंदु पर एक्शन के बाद कांग्रेस में एक बार फिर पायलट और गहलोत खेमे की गुटबाजी सामने आती दिख रही है.