चंडीगढ़: हरियाणा में एक सीट के लिए राज्यसभा चुनाव होना है. इस चुनाव में विपक्ष उम्मीदवार उतारेगा या नहीं. इस सवाल पर सस्पेंस बना हुआ है. नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र हुड्डा कह चुके हैं कि उनके पास पर्याप्त बहुमत नहीं है. इसलिए वो अपना उम्मीदवार नहीं उतारेंगे. वहीं दुष्यंत चौटाला का दावा है कि सभी विपक्षी पार्टियां कांग्रेस के साथ है. इसलिए उन्हें उम्मीदवार उतारना चाहिए. इस मुद्दे पर कांग्रेस और जेजेपी में सियासी घमासान मचा है.
राज्यसभा चुनाव पर विपक्ष में रार! एक तरफ नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा दुष्यंत चौटाला को दिग्विजय चौटाला को उम्मीदवार बनाने की सलाह दे रहे हैं, तो वहीं दिग्विजय चौटाला का पलटवार भी सामने आया है. दरअसल नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा था कि दुष्यंत चौटाला 14 विधायक ले आएं, तो हम उम्मीदवार उतार देंगे. इस पर दुष्यंत चौटाला ने ट्वीट कर कहा था कि हरियाणा की जनता बीजेपी को राज्यसभा चुनाव में हारते हुए देखना चाहती है.
एक तरफ़ नेता प्रतिपक्ष भूपेन्द्र हुड्डा का ये कहना कि हरियाणा सरकार के पास बहुमत नहीं है, दूसरी तरफ़ राज्यसभा उपचुनाव ये कह कर लड़ने से इनकार करना की विपक्ष के पास संख्या बल नहीं है। ये दोनों बातें सच कैसे हो सकती है क्योंकि दोनों बातें विरोधाभासी हैं। हरियाणा की जनता राज्यसभा…
— Dushyant Chautala (@Dchautala) July 4, 2024
हुड्डा और दुष्यंत में बयानबाजी: दुष्यंत ने कहा कि हुड्डा बीजेपी के इशारे पर चुनाव नहीं लड़ना चाहते. इस पर हुड्डा ने कहा कि आप दस विधायक तो ले आओ. हम उम्मीदवार उतार देंगे. वहीं दुष्यंत चौटाला ने कहा कि एक तरफ भूपेंद्र हुड्डा दावा कर रहे हैं कि सरकार अल्पमत में है. दूसरी तरफ वो राज्यसभा चुनाव लड़ने से इंकार कर रहे हैं. वहीं भूपेंद्र हुड्डा से साझा प्रत्याशी का सवाल किया गया. हुड्डा ने कहा कि नंबर तो चाहिए. अपने नंबर से तो मैं 28, 29 दिखा दूंगा.
दिग्विजय चौटाला को उम्मीदवार बनाएगी जेजेपी? इस पर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि चुनाव में हार जीत होती रहती है. बिना चुनाव लड़े हार मान लेना सही नहीं है. इसके बाद भूपेंद्र हुड्डा ने दुष्यंत चौटाला को दिग्विजय चौटाला को चुनावी मैदान में उतारने की सलाह दी और कहा कि अगर वो ऐसा करते हैं, तो हम उनको समर्थन देंगे.
चंडीगढ़ में हुई प्रेस कांफ्रेंस में (5) :-
— Dushyant Chautala (@Dchautala) June 27, 2024
- राज्यसभा के चुनावों के लिए उम्मीदवार न उतार कर कांग्रेस पहले ही अपनी हार मान चुकी है।
- मुख्य विपक्षी दल होने के बावजूद कांग्रेस हिम्मत नहीं दिखा रही।
- यह कमजोरी किसकी है?
- हार जीत राजनीती में होती रहती है मगर उम्मीदवार उतार कर… pic.twitter.com/EYRYq8gDsu
क्या बोले दिग्विजय चौटाला: इस पर जेजेपी नेता दिग्विजय चौटाला का बयान आया है. जिसमें उन्होंने कहा है कि हुड्डा अपने परिवार के सदस्य को राज्यसभा चुनाव लड़वाएं. राज्यसभा चुनाव में अपनी पत्नी या पुत्रवधू को उतारें. मुझे उम्मीदवार बनाने की पेशकश पर हुड्डा का धन्यवाद. दीपेंद्र की तरह पिछले दरवाजे की राजनीति करने की मुझे जरूरत नहीं. सैलजा से छीनकर दीपेंद्र को भेजने के बाद राज्यसभा सीट अब भी परिवार में रखें. भूपेंद्र हुड्डा की सोच परिवारवाद तक सीमित है.