राजनांदगांव: विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह आज अपने एक दिवसीय प्रवास पर राजनांदगांव जिले के दौरे पर रहे. रमन सिंह ने कहा कि कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल भारी मतों से राजनांदगांव लोकसभा सीट हारने वाले हैं. भूपेश बघेल के बयान के बाद प्रदेश का सियासी पारा गर्माने की उम्मीद जताई जा रही है. छत्तीसगढ़ में तीन चरणों में लोकसभा के चुनाव संपन्न हुए हैं. दूसरे चरण में 26 अप्रैल को राजनांदगांव लोकसभा सीट पर चुनाव हुआ. चुनाव के बाद राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. दोनों ही प्रमुख पार्टियों ने अपनी अपनी जीत का दावा किया है.
''राजनांदगांव में भूपेश बघेल अच्छे वोटों से हार रहे हैं और जो गलतफहमी थी कि पूर्व मुख्यमंत्री हैं राजनांदगांव में चुनाव लड़ने आए हैं दुर्ग से सांसद बनेंगे, सब गलतफहमी दूर होने वाली है. राजनांदगांव का इतिहास है इसके पहले भी पूर्व मुख्यमंत्री को भी मोतीलाल वोरा जी दुर्ग से लाए थे. राजनांदगांव वालों ने सासम्मान उन्हें वापस भेजा था. भूपेश बघेल भी उसी तरह चुनाव हार कर वापस जाएंगे. जो छत्तीसगढ़ को नहीं बचा सका उस आदमी को अमेठी और रायबरेली भेज रहे हैं. ठीक है पार्टी के पास कोई कार्यकर्ता नहीं है तो उनको बुला रहे हैं. पिछले लोकसभा में हम 9 लोकसभा सीट जीत कर आए थे, इस बार हमारे पास 54 से अधिक विधायक हैं.भारतीय जनता पार्टी की सरकार है. मोदी गारंटी में काम काफी तेजी से चला है. छत्तीसगढ़ में अब कोई शंका नहीं है. 11 में 11 लोकसभा सीट भारतीय जनता पार्टी जीत रही है यह 4 तारीख को दिख जाएगा''. - रमन सिंह, स्पीकर
किसके दावों में कितना दम: छत्तीसगढ़ में तीनों चरणों के चुनाव खत्म हो चुके हैं. चुनाव खत्म होने के बाद सभी राजनीतिक दलों को नतीजों का इंतजार है. दोनों ही प्रमुख विपक्षी दल जरूर दावें कर रहे हैं कि जीत उनकी ही होगी. रमन सिंह जिस इतिहास की बात रहे हैं वो अपनी जगह है. पर इतना जरुर है के कांग्रेस के दिग्गजों को भी टिकट बंटवारे के वक्त ये जानकारी नहीं थी कि भूपेश राजनांदगांव सीट से चुनाव लड़ेंगे.