वाराणसी : काशी हिंदू विश्वविद्यालय में जूठा समोसा फेंक कर शोध छात्र को मारने का मामला एक बार फिर से तूल पकड़ने लगा है. दरअसल, इस मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने वीसी और पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी किया है. छात्र की शिकायत के आधार पर आयोग ने नोटिस जारी कर 15 दिन के भीतर जवाब मांगा है.
छात्र की शिकायत के बाद एक्शन में आयोग: बता दें की, बीएचयू आयुर्वेद संकाय के रचना विभाग के छात्र शिवम कुमार ने आयोग से शिकायत की थी. जिसमें उन्होंने बताया था, कि 30 मई को जब उनके संकाय में साक्षात्कार था. इस दौरान सभी लोग नाश्ता कर रहे थे. वहा वह फोटो खींच रहे थे, तभी वहां मौजूद सीनियर प्रोफेसर ने अपने प्लेट में रखा जूठा समोसा चलाकर मुझे मार दिया.यही नहीं प्रोफेसर ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए मेरे साथ अभद्र व्यवहार भी किया. शिवम की शिकायत के बाद अब आयोग एक्शन में है.
15 दिन के भीतर देना होगा जवाब: इस बारे में शिवम ने बताया, कि उन्होंने मामले की शिकायत संकाय स्तर पर की थी. जिसके लिए कमेटी का गठन भी हुआ था. लेकिन न्याय नहीं मिला तो, 30 अगस्त को उन्होंने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को पत्र भेज कर न्याय की गुहार लगाई. जिसके बाद आयोग ने कुलपति और पुलिस आयुक्त को नोटिस जारी करते हुए 15 दिन के भीतर घटना की पूरी रिपोर्ट देने के लिए कहा है. साथ ही यह भी कहा है, कि यदि 15 दिन के भीतर यहां से कोई जवाब नहीं मिलता है, तो आयोग व्यक्तिगत रूप से या प्रतिनिधि के माध्यम से पुलिस आयुक्त और वीसी को समन जारी कर आयोग के समक्ष प्रस्तुत होने के लिए निर्देश देगा.
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