भोपाल: राजधानी को सरकार भले ही अवैध गुमठी और अतिक्रमण मुक्त बनाने का कितना ही प्रयास कर ले, लेकिन शहर में ऐसा होना संभव नहीं है. ताजा मामला शहर के एमपी नगर क्षेत्र का है. जहां बीजेपी मड़ल अध्यक्ष राजेंद्र सिंह नगर निगम के कर्मचारियों को धमकाते नजर आए. इतना ही नहीं नगर निगम कर्मचारियों पर झल्लाए भाजपा नेता ने इस मामले का वीडियो बना रहे एक कर्मचारी का मोबाइल भी जमीन पर पटकर रहा फोड़ दिया. हालांकि, इस मामले की थाने में कोई शिकायत नहीं की गई है, लेकिन भाजपा नेता और अतिक्रमण शाखा के कर्मचारियों के विवाद यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई में बाधा बने भाजपा नेता
बता दें कि शुक्रवार को नगर निगम का अतिक्रमण अमला एमपी नगर जोन 1 में अवैध गुमठियों पर कार्रवाई करने पहुंचा था. इसकी जानकारी जब भाजपा नेता को लगी, तो वो भी मौके पर पहुंच गए. ऐसा आरोप है कि अतिक्रमण का वीडियो बना रहे एक कर्मचारी का मोबाइल छुड़ाते हुए नेता ने कहा कि 'तू वीडियो बनाएगा'. इसके बाद उन्होंने मोबाइल को जमीन पर पटक कर तोड़ दिया. जब कर्मचारी अपना मोबाइल जमीन से उठाने लगा, तो भाजपा नेता ने अपने पैरों से मोबाइल को भी कुचल दिया.
दम है तो उठा के दिखाओ गुमठी
एक अन्य वीडियो में भाजपा नेता को समझाने आए नगर निगम अतिक्रमण शाखा के कर्मचारी प्रीतेश गर्ग से भी बहस हो रही है. इसमें प्रीतेश गर्ग कर्मचारियों से अवैध गुमठी उठाने का बोल रहे हैं. इस बीच भाजपा नेता कर्मचारियों को रोकता हुआ दिखाई दे रहा है. इस पर भाजपा नेता राजेंद्र सिंह कहते हैं कि, "तुम्हारे वश की है, तो उठा के दिखाओ गुमठी. तू जानता नहीं की मैं कौन हूं." हालांकि, इस मामले में राजेंद्र सिंह का कहना है कि "दोनों के बीच समझौता हो गया है. बाद में अतिक्रमण अमले ने एमपी नगर में अवैध गुमठियों पर कार्रवाई भी की है."
नगर निगम आयुक्त बोले करेंगे कार्रवाई
इस मामले में जब नगर निगम आयुक्त हरेंद्र नारायण से बात की गई, तो उनका कहना था कि, "अभी मामला मेरे संज्ञान में नहीं आया है. आपने बताया है तो मैं कर्मचारियों से जानकारी लूंगा. यदि भाजपा नेता द्वारा सरकारी काम में बाधा पहुंचाई जा रही है या कर्मचारियों से अभद्रता की जा रही है, तो इस मामले में थाने में एफआईआर दर्ज कराई जाएगी." वहीं नगर निगम के कर्मचारी नेता अशोक वर्मा ने बताया कि, "वर्तमान में नगर निगम कर्मचारियों के लिए काम करना मुश्किल होता जा रहा है. एक तरफ अधिकारी कर्मचारियों पर कार्रवाई का दबाव बनाते हैं, तो दूसरी तरह शहर के नेता अवैध गुमठियों और अतिक्रमण का बचाव करने सड़कों पर उतर जाते हैं.
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नगर निगम की परिषद बैठक में भी हो चुका है हंगामा
बता दें कि 30 अगस्त को नगर निगम परिषद की बैठक थी. उस दौरान भी कांग्रेस पार्षदों ने भाजपा नेता के लोगों के द्वारा अवैध पार्किंग वसूली का मुद्दा उठाया था. हालांकि, शहर में अतिक्रमण और अवैध पार्किंग वसूली को लेकर सत्तापक्ष ने भी विपक्ष का साथ दिया था, लेकिन, भाजपा नेता का नाम आते ही दोनों पक्षों में बहस शुरू हो गई. भाजपा पार्षदों का कहना था कि "किसी पार्टी को बदनाम करने से पहले कांग्रेस को अपने अंदर झांकना चाहिए."